नई दिल्ली: चेक गणराज्य की कार कंपनी स्कोडा भारत में अपनी दूसरी पारी की तैयारियों में जोर-शोर से लग गई है। कंपनी ने अपने बिक्री नेटवर्क का विस्तार करने और अपनी कारों में स्थानीय उत्पादों का उपयोग बढ़ाने की दिशा में कदम उठाया है। कंपनी भारत जैसे यात्री कारों के अति प्रतिस्पर्धा वाले बाजार में अपनी जगह बनाना चाहती है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह कहा है। कंपनी जून, 2018 से ही फॉक्सवैगन समूह की ओर से भारत में दूसरी पारी की परियोजना पर काम कर रही है। वह भारत में अपनी कारों के ब्रांड को लेकर जागरूकता बढ़ाने, कार रखने की लागत में कमी लाने और वित्तीय रूप से मजबूत डीलरशिप को अपने साथ जोड़ना चाहती है।
कंपनी का इरादा है कि उसका ऐसा डीलर नेटवर्क हो जो कि उसके ग्राहकों की संतुष्टि के लिये काम करे। स्कोडा के वर्तमान में भारत में केवल दो कार मॉडल ही बाजार में उपलब्ध हैं। अब कंपनी ने चार नये उत्पादों को बाजार में उतारने का फैसला किया है। इसमें से एक मॉडल एसयूवी कुशाक को हाल ही में उसने उतारा है जबकि बाकी को अगले एक साल के दौरान बाजार में उतारा जायेगा। कंपनी का इरादा इस साल के अंत तक अपने डीलरों की संख्या को भी बढ़ाकर 150 तक पहुंचाने का है।
स्कोडा आटो फॉक्सवैगन इंडिया के प्रबंध निदेशक गुरुप्रताप बोपाराय ने पीटीआई- भाषा के साथ बातचीत में कहा कि समूह के मौजूदा प्रयास के तहत मध्यम अवधि में भारतीय यात्री कारों के बाजार में कंपनी के उत्पादों का बाजार हिस्सा पांच प्रतिशत तक पहुंचाने की योजना है।
उन्होंने कहा कि फॉक्सवैगन समूह भारतीय उपमहाद्वीप में अपनी उपस्थिति को मजबूत बनाने के लिये एक अरब यूरो का निवेश कर रहा है। स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड निदेशक जैक होलिस ने कहा कि कंपनी घरेलू बाजार में अपने स्थिति का विसतार करना चाहती है। फिलहाल इस बाजार में उसके केवल दो उत्पाद --रैपिड और सुपर्ब-- ही उपलब्ध हैं। अब कंपनी अगले एक साल के दौरान चार नये उत्पादों को भारतीय बाजार में उतारेगी।