उनसे देश में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर वैकल्पिक ईंधन और पर्यावरणनुकूल आवाजाही के साधनों पर राय पूछी गई थी। सरकार की 2030 तक सभी कारों के बेड़े को पूर्ण रूप से इलेक्ट्रिक करने पहल का समर्थन करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा, मुझो लगता है कि दुनिया सही दिशा की ओर अग्रसर है।
मास्टर ब्लास्टर के नाम से प्रसिद्ध तेंदुलकर ने कहा कि पर्यावरणनुकूल वाहनों की ओर यात्रा टेस्ट मैच में लंबी पारी खेलने के समान है। उन्होंने कहा, यह एक लंबी प्रक्रिया है। रातों रात बदलाव नहीं होगा। रातों रात नतीजे नहीं मिलेंगे। हमें मंशा के साथ इसकी शुरुआत करनी होगी। जब तक हम सही दिशा में चलेंगे नतीजे मिलेंगे। तेंदुलकर खुद कारों का शौक रखते हैं। उन्होंने कहा कि एक सामान्य इंटरनल कम्बशन वाले इंजन से जो मिलता है वह इलेक्ट्रिक वाहनों से भी मिल सकता है।