नई दिल्ली। टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने एप के जरिये टैक्सी बुकिंग सेवा देने वाली कंपनी ओला के बैटरी से चलने वाले वाहन कारोबार ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (ओईएम) में निवेश किया है। ओईएम के सीरीज ए राउंड की फंडिंग में टाटा ने व्यक्तिगत क्षमता से निवेश किया है। इसका टाटा समूह से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि कंपनी ने टाटा के निवेश की राशि का खुलासा नहीं किया है।
ओला ने अपने एक बयान में कहा है कि ओला इलेक्ट्रिक में उनका निवेश कंपनी की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बड़े स्तर पर शुरू करने की महात्वाकांक्षा में भरोसा प्रकट करती है। टाटा ने इससे पहले ओला की पैरेंट कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज में भी शुरुआती निवेश किया था। उन्होंने जुलार्ठ 2015 में एएनआई टेक्नोलॉजीज में निवेश किया था।
इस साल मार्च में ओईएम ने टाइगर ग्लोबल और मैट्रिक्स इंडिया से 400 करोड़ रुपए जुटाने की घोषणा की थी। टाटा ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन ईकोसिस्टम दिन-प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है और मुझे भरोसा है कि इस वृद्धि और विकास में ओला इलेक्ट्रिक एक प्रमुख भूमिका निभाएगी।
वर्तमान में ओला इलेक्ट्रिक विभिन्न पायलेट प्रोजेक्ट चला रही है, जिसमें चार्जिंग समाधान, बैटरी स्वैपिंग स्टेशन और टू, थ्री व फोर-व्हीलर सेगमेंट में इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करना शामिल है।
ओला के सह-संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा कि ओला इलेक्ट्रिक के बोर्ड में रतन टाटा का एक निवेशक और मार्गदर्शक के रूप में स्वागत करते हुए मैं बहुत खुश हूं। 2018 में ओला ने मिशन:इलेक्ट्रिक की घोषणा की थी, इसके तहत कंपनी का उद्देश्य 2021 तक 10 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों को सड़क पर लाने का है।