नयी दिल्ली। देश में यात्री वाहनों का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान सालाना आधार पर 13.18 प्रतिशत कम रहा। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, फोर्ड टोयोटो तथा होंडा जैसी कंपनियों ने उत्पादन में उल्लेखनीय रूप से कटौती की है। सोसाइटी आफ इंडियन आटोमोबाइल मैनुफैक्चरर्स (सियाम) के ताजा आंकड़ों के अनुसार इस दौरान केवल दो कंपनियों हुंदै मोटर इंडिया लि. (एचएमआईएल) और फाक्सवैगन इंडिया के उत्पादन में मामूली वृद्धि हुई।
सियाम ने कहा कि अप्रैल-जुलाई में कुल 12,13,281 यात्री वाहनों का उत्पादन रहुआ जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 13,97,404 इकाइयां थी। प्रमुख वाहन कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का उत्पादन आलोच्य अवधि में 18.06 प्रतिशत घटकर 5,32,979 इकाइयां रही। यह पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी अवधि के मुकाबले 18.06 प्रतिशत कम है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा का उत्पादन भी चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई के दौरान 10.65 प्रतिशत बढ़कर 80,679 इकाइयां रही। वहीं फोर्ड इंडिया का उत्पादन 25.11 प्रतिशत घटकर 71,348 इकाइयां रही। टाटा मोटर्स का उत्पादन भी आलोच्य अवधि में 20.37 प्रतिशत घटकर 59,667 इकाइयां रही।
इसी प्रकार, होंडा कार्स इंडिया का उत्पादन 2019-20 की अप्रैल-जुलाई अवधि में सालाना आधार पर 18.86 प्रतिशत घटकर 47,043 इकाइयां रही। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने भी आलोच्य अवधि में उत्पादन घटाया। कंपनी का उत्पादन आलोच्य अवधि में 20.98 प्रतिशत कम होकर 45,491 इकाइयां रही। दूसरी ओर एचएमआईएल का उत्पादन 2019-20 की अप्रैल-जुलाई अवधि में मामूली 1.77 प्रतिशत बढ़कर 2,39,671 इकाइयां रही।
इसी प्रकार, फाक्सवैगन इंडिया का उत्पादन आलोच्य अवधि में 1.05 प्रतिशत बढ़कर 36,929 इकाइयां रही। सियाम के आंकड़ों के अनुसार दो-पहिया वाहनों का उत्पादन भी चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जूलाई अवधि में 9.96 प्रतिशत घटकर 78,45,675 इकाइयां रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी अवधि में 87,13,476 इकाइयां रही। वाहन उद्योग में नरमी को देखते हुए कंपनियों ने उत्पादन घटाया है। इससे अनुबंध और अस्थायी तौर पर पर काम करने वाले 15,000 कर्मचारियों की छंटनी हुई है।