नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के बाद पहली बार पिछले महीने यानी जनवरी 2021 में भारत से वाहनों का निर्यात बढ़ा। इससे भारतीय वाहन कंपनियों के लिये प्रमुख निर्यात बाजारों में मांग में सुधार के संकेत मिलते हैं। वाहन कंपनियों के संगठन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सिआम) के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2020 के 36,765 वाहनों की तुलना में जनवरी 2021 में यात्री वाहनों का निर्यात 1.15 फीसदी बढ़कर 37,187 इकाई हो गया है।
हालांकि अप्रैल से जनवरी के दौरान यात्री वाहनों का निर्यात अभी भी कम है। इस दौरान निर्यात साल भर पहले की 5,77,036 इकाइयों की तुलना में 43.1 प्रतिशत कम 3,28,360 इकाई पर आ गया। सिआम के महानिदेशक राजेश मेनन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अप्रैल से जनवरी 2021 के दौरान यात्री वाहनों का निर्यात 43.1 प्रतिशत कम है। हालांकि जनवरी 2021 में निर्यात में 1.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस तरह जनवरी 2021 महामारी की शुरुआत के बाद ऐसा पहला महीना हो गया, जब यात्री वाहनों के निर्यात में वृद्धि दर्ज की गयी।’’ उन्होंने कहा कि निर्यात बाजार में आर्थिक सुधार वृद्धि की गति को बनाये रखने में महत्वपूर्ण रहेगा।
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जनवरी में मारुति सुजुकी का निर्यात 29.92 प्रतिशत बढ़कर 12,345 इकाइयों पर पहुंच गया। इसके बाद हुंदै मोटर इंडिया का निर्यात 19 प्रतिशत गिरकर 8,100 इकाई रहा। इसी तरह जनवरी में निसान मोटर इंडिया ने 4,198 इकाइयों का निर्यात किया। इसके बाद क्रमशः किआ मोटर्स और फोर्ड इंडिया ने 3,618 और 2,983 इकाइयों के साथ निर्यात किया। इस वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी की अवधि के दौरान हुंदै 82,121 वाहनों के निर्यात के साथ पहले स्थान पर रही। हालांकि यह साल भर पहले की समान अवधि की तुलना में 47.01 प्रतिशत कम है। दूसरे स्थान पर 72,166 इकाइयों के साथ मारुति सुजुकी रही, जो साल भर पहले की तुलना में 15.55 प्रतिशत कम है।