नई दिल्ली। जर्मनी की दिग्गज कार कंपनी मर्सिडीज़ बेंज़ ने अपनी कारों को रिकॉल करने की घोषणा की है। ये कारें यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और जर्मनी के बाजार से रिकॉल की गई हैं। कंपनी के मुताबिक 4 लाख 95 हजार कारों को यूनाइटेड किंगडम के बाजार से रिकॉल किया गया है। वहीं कनाडा से 76,000 कारों को रिकॉल किया गया है। इसके आलावा घरेलू बाजार यानि कि जर्मनी से 1 लाख मर्सिडीज कारों को रिकॉल किया गया है। कंपनी ने यह निर्णय एयरबैग में आई दिक्कत के बाद लिया है। इस दायरे में इन देशों में 2011 से लेकर 2017 के बीच बिकी कारें आई हैं। रिकॉल की गई कारों में मर्सिडीज़ की ए, बी, सी और ई क्लास के अलावा जीएलए, सीएलए और जीएलसी कारें शामिल हैं।
मर्सडीज़ ने एक बयान में कहा है कि क्लॉक स्प्रिंग मॉडल के स्टीयरिंग कॉलम में परेशानी आई है जो एयरबैग को खुलने से रोक सकता था। कार मालिकों से कहा गया है कि इस परेशानी की वजह से कार के डैशबोर्ड पर वॉर्निंग लाइट जलने लगती है, अगर आपकी कार में भी ऐसा होता है तो तुरंत अपने डीलर से संपर्क करके इसे ठीक कराएं। अगर कार की वायरिंग ठीक से नहीं की गई है तो ड्राइवर साइड एयरबैग टकराव की स्थिति न होने पर भी खुल जाएगा।
मर्सडीज़ इस रिकॉल के अंतर्गत प्राभावित कारों के क्लॉक स्प्रिंग मॉल को बदल देगी। इस पूरी प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा 1 घंटे का समय लगेगा। कंपनी सभी प्रभावित कारों के मालिकों से संपर्क कर रही है और उन्हें इस परेशानी से बचाने शारूम बुलवा रही है। कंपनी का कहना है कि पूरे रिप्लेसमेंट की प्रक्रिया में ग्राहकों को कोई पेसा खर्च करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। बता दें कि पूरी दुनिया में इस संबंध में 30 केस सामने आ चुके हैं। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस रिकॉल का असर भारत पर पड़ा है या नहीं।