नयी दिल्ली। 8 नवंबर को शुरू हुई नोटबंदी और कालेधन पर लगाम लगाने की सरकार की कोशिशों से लक्जरी कार कंपनियां मुश्किल में घिरती नजर आ रही हैं।
जर्मन कार कंपनी मर्सिडीज बेंज ने आज कहा कि मुख्य रूप से नोटबंदी के असर को देखते हुए उसे इस साल भारत में अपनी कार बिक्री स्थिर रहने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले कंपनी ने बिक्री में दहाई प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था।
कंपनी ने पिछले साल 13,502 गाडि़यां बेची थी। कंपनी को 2017 में हालांकि बिक्री में दहाई प्रतिशत की बढोतरी का अनुमान है।
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तस्वीरों में देखिए लक्जरी कारों के बीच मुकाबला
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नोटबंदी का बुरा असर
मर्सीडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक रोलांड फोल्गर ने यहां संवाददाताओं से कहा,अक्तूबर में हम दिल्ली एनसीआर में डीजल वाहनों पर प्रतिबंध से निकले और पिछले साल की तुलना में दहाई प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे लेकिन नोटबंदी का असर पड़ा।
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दीर्घकाल में होगा फायदेमंद
फोल्गर ने कहा, अगर हम पिछले साल जितने भी वाहन बेच पाए तो भाग्यशाली होंगे। फोल्गर ने हालांक सरकार के नोटबंदी के कदम का समर्थन किया और कहा कि यह दीर्घकालिक स्तर पर फायदेमंद होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगला साल बेहतर होगा।