नई दिल्ली। लग्जरी कार निर्माता कंपनी मर्सिडीज-बेंज इंडिया लागत बढ़ने के कारण जनवरी से अपने वाहनों के दाम तीन प्रतिशत तक बढ़ाने वाली है। कंपनी ने बुधवार को इसकी घोषणा की। कंपनी ने एक बयान में कहा कि विभिन्न मॉडलों की विस्तृत श्रृंखला में दाम तीन प्रतिशत तक बढ़ाए जा सकते हैं।
कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्टिन श्वेंक ने कहा कि हम वस्तुओं के दाम बढ़ने समेत लागत में हुई विभिन्न वृद्धि की समीक्षा कर रहे हैं, जिनके कारण हमारे मुनाफे पर असर पड़ रहा है। टिकाऊ कारोबार करने तथा ब्रांड के प्रति उपभोक्ताओं के भरोसे को बनाए रखने के लिए दाम में थोड़ी वृद्धि कर लागत बढ़ने के असर को कम किए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कंपनी लागत में हुई वृद्धि का अधिक हिस्सा खुद वहन कर रही है, लेकिन अतिरिक्त लागत का कुछ हिस्से का बोझ उपभोक्ताओं के ऊपर डालने के अलावा कम ही विकल्प बचे हैं। उल्लेखनीय है कि निसान मोटर इंडिया, मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर और टाटा मोटर्स जैसी अन्य वाहन निर्माता कंपनियां भी जनवरी से वाहनों के दाम बढ़ाने वाली हैं।
नवंबर में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री एक प्रतिशत बढ़ी
त्योहारी मांग से यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री नवंबर महीने में एक प्रतिशत बढ़कर 2,57,271 इकाई पर पहुंच गई। इसके मुकाबले नवंबर 2018 में 2,55,535 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने बुधवार को यह जानकारी दी।
फाडा ने कहा नवंबर 2019 में दोपहिया वाहनों की बिक्री तीन प्रतिशत बढ़कर 17,05,495 इकाई रही। नवंबर 2018 में यह आंकड़ा 16,60,082 वाहन था। हालांकि, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री आठ प्रतिशत गिरकर 77,394 इकाई रही, जो एक साल पहले नवंबर महीने में 84,040 इकाई पर थी।
तिपहिया वाहनों की बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 65,348 इकाई रही। समीक्षाधीन महीने में विभिन्न श्रेणियों में वाहनों की कुल बिक्री दो प्रतिशत बढ़कर 21,05,508 इकाई रही। एक साल पहले नवंबर महीने में यह आंकड़ा 20,54,296 इकाई था। फाडा के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले ने कहा कि मानूसन सत्र के समाप्त होने के बाद अब कृषि उपज बाजारों में आना शुरू हो गई है। जिसने अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिक्री बढ़ाने में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार की ओर से किए सकारात्मक उपायों ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है।