नई दिल्ली। मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने बुधवार को 2019 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) के लिए अपने बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। कंपनी ने बताया कि उसने पहली तिमाही में 3885 यूनिट की बिक्री की है और लॉन्ग-व्हील-बेस कार की मांग में वृद्धि दर्ज की है। पिछले साल की समान अवधि में मर्सिडीज-बेंज ने 4556 यूनिट की बिक्री की थी। पिछले साल की तुलना में इस साल पहली तिमाही में कंपनी की बिक्री में 14.72 प्रतिशत की गिरावट आई है।
मर्सिडीज-बेंज ने अपने एक बयान में कहा है कि ब्याज दरों में वृद्धि, मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी, तरलता संकट, आयात लागत में वृद्धि सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसका असर बिक्री में गिरावट के तौर पर सामने आया है।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ मार्टिन स्वेंक ने कहा कि तमाम चुनौतियों का सामना करने के बावजूद अपने स्थिर बिक्री प्रदर्शन से हम संतुष्ट हैं। हालांकि, मर्सिडीज-बेंज अपने ग्राहकों का विश्वास और मार्केट लीडरशिप को बनाए रखने से काफी उत्साहित है।
उन्होंने कहा कि भारत में 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हम नए उत्पादों और टेक्नोलॉजी, रिटेल नेटवर्क और डिजिटाइजेशन में अपना निवेश जारी रखेंगे, ताकि हम अपने आप को तेजी से बदलते ऑटोमोटिव सेगमेंट में भविष्य के लिए तैयार रख पाएं।
2019 की पहली तिमाही में मर्सिडीज-बेंज की ई-क्लास सलून की सबसे ज्यादा बिक्री हुई। नई सी-क्लास और जीएलसी एसयूवी ने भी बिक्री में अच्छा योगदान दिया। वी-क्लास लगातार मांग में बनी रही और अधिकांश बाजारों में इस पर लंबा वैटिंग पीरियड चल रहा है।