नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी ने अपनी कॉन्सेप्ट कार फ्यूचर एस को ऑटो एक्सपो 2018 में प्रदर्शित किया था। अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि कंपनी इस कॉन्सेप्ट कार को कॉम्पैक्ट एसयूवी के रूप में लॉन्च करेगी, जो जेन का अपडेटेड वर्जन हो सकता है। कुछ सूत्रों का कहना है कि मारुति सुजुकी नए सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी को लॉन्च करने के साथ अपने एक पुराने ब्रांड को पुर्नजीवित करेगी।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक मारुति सुजुकी अपनी इस रणनीति का पहले ही बलेनो ब्रांड के साथ परीक्षण कर चुकी है। प्रीमियम हैच सेगमेंट में यह नेक्सा चैनल के जरिये सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल है। एक अन्य सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है कि मारुति सुजुकी कई सारे नए उत्पादों और नए उत्पाद रणनीति पर काम कर रही है।
वित्त वर्ष 2020-21 से रुख पूरी तरह बदल जाएगा जब मारुति अपनी नई कॉम्पैक्ट एसयूवी को लॉन्च करेगी। यहां इस बात की पूरी संभावना है कि ब्रांज जेन वापस आ सकता है। मारुति सुजुकी जेन एक लोकप्रिय कार थी और अपने समय में यह पहली बार कार खरीदने वालों की सबसे पसंदीदा कार थी। जेन एक फायदेमंद प्रोडक्ट भी था।
एक अन्य सूत्र ने बताया कि मारुति सुजुकी अपने अल्टो परिवार में एक नया सदस्य जोड़ सकती है जो अल्टो की सफल कहानी को आगे बढ़ाएगा। मारुति सुजुकी अल्टो दशकों से भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बनी हुई है। अल्टो ब्रांड में एक एसयूवी जैसा वाहन जोड़े जाने की भी पूरी संभावना है।
मारुति सुजुकी कॉन्सैप्ट फ्यूचर एस को भारत में पूरी तरह स्वदेशी ढंग से विकसित किया गया है। भारत में अब ग्राहकों की पसंद तेजी से बदल रही है और वे एंट्री-लेवल कार में भी अनूठे फीचर्स की उम्मीद कर रहे हैं। अपने कॉम्पैक्ट साइज के हिसाब से कॉन्सैप्ट फ्यूचर एस भारतीय बाजार के लिए एकदम फिट है।
मारुति सुजुकी जेन वापस करेगी इसकी एक संभावना है और इसके पीछे तर्कसंगत अनुमान भी हैं लेकिन कंपनी ने अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। यदि मारुति सुजुकी अपने किसी पुराने ब्रांड को पुर्नजीवित करने का फैसला करती है तो इस सेगमेंट में जेन एक सही चुनाव हो सकता है।
मारुति सुजुकी जेन को सबसे पहले भारत में 1993 में लॉन्च किया गया था। इसने 16 सालों तक भारतीय बाजार पर राज किया। इसके बाद इसने टाल ब्वॉय डिजाइन में जेन एस्टिलो के रूप में वापसी की। इसे 2010 में बंद कर दिया गया। मारुति सुजुकी जेन पहली कार थी जिसे भारत से यूरोप के लिए निर्यात किया गया था। मारुति ने इसकी 7.60 इकाई की बिक्री की थी, जिसमें 1.22 लाख इकाई निर्यात की गई थीं।