नयी दिल्ली। सेमीकंडक्टर संकट की वजह से इस साल धनतेरस पर देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी की बिक्री घटकर 13,000 इकाई रह गई। हालांकि, इस दौरान टाटा मोटर्स की बिक्री में 94 प्रतिशत का जोरदार उछाल आया। वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने मंगलवार को कहा था कि मौजूदा त्योहारी सीजन वाहन कंपनियों के लिए पिछले एक दशक में सबसे खराब रहा है। चिप की कमी से यात्री वाहनों की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। इससे एसयूवी, कॉम्पैक्ट एसयूवी और लग्जरी खंड में वाहनों की कमी हो गई है।
मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘मांग और बुकिंग अच्छी है। हमने ज्यादा से ज्यादा वाहनों की आपूर्ति का प्रयास किया। लेकिन आपूर्ति संबंधी दिक्कतों की वजह से हमारी बिक्री पिछले साल से कुछ कम रही है। हमने 13,000 इकाइयों की बिक्री की।’’ हालांकि, घरेलू वाहन कंपनी टाटा मोटर्स के लिए इस साल धनतेरस काफी अच्छा रहा है।
टाटा मोटर्स की यात्री वाहन कारोबार इकाई के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा, ‘‘धनतेरस के शुभ दिन पिछले साल की तुलना में हमारी आपूर्ति लगभग दोगुना रही। हमारी नई फोरएवर श्रृंखला के अलावा पंच और इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की मांग देशभर में काफी अच्छी रही। हमारी आपूर्ति में 94 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।’’ हालांकि, उन्होंने वाहन बिक्री के आंकड़े नहीं दिए।
बहु-ब्रांड प्रमाणीकृत पुरानी कारों की बिक्री करने वाली महिंद्रा फर्स्ट चॉइस व्हील्स ने कहा कि उसने धनतेरस पर 300 से अधिक शहरों में 1,000 से अधिक डीलरशिप पर रिकॉर्ड 1,028 वाहनों की आपूर्ति की। महिंद्रा फर्स्ट चॉइस व्हील्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशुतोष पांडेय ने कहा, ‘‘इस त्योहारी सीजन में हमारे ब्रांड ने 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। कुल बिक्री में हमारे ई-कॉमर्स मंच का योगदान 25 प्रतिशत का रहा।’’
एमजी मोटर ने कहा कि उसने धनतेरस पर अपनी मध्यम आकार की एसयूवी एस्टर की 500 इकाइयों की आपूर्ति की। फाडा के सदस्यों में 15,000 से अधिक वाहन डीलर शामिल हैं। इन सदस्यों के देशभर में 26,500 से अधिक शोरूम हैं। फाडा के अध्यक्ष विन्केश गुलाटी ने कहा कि चिप की कमी से यात्री वाहन खंड में आपूर्ति प्रभावित हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह वाहन खुदरा क्षेत्र के लिए पिछले एक दशक का सबसे खराब त्योहारी सीजन रहा है। चिप की कमी से यात्री वाहन खंड में आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। इससे एसयूवी, कॉम्पैक्ट एसयूवी और लग्जरी खंड में वाहनों की काफी कमी हो गई है।’’