नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमत में निरंतर हो रही वृद्धि ने सीएनजी वाहनों की मांग को बढ़ा दिया है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने शीघ्र ही नए चार सीएनजी मॉडल पेश करने के माध्यम से अपने सीएनजी पोर्टफोलियो का विस्तार करने की योजना बनाई है।
मारुति 2025 तक या इसके बाद भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने की भी योजना बना रही है। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में कंपनी के पास कुल 14 मॉडल्स में से सीएनजी विकल्प के साथ आठ मॉडल्स उपलब्ध हैं। हम इस पोर्टफोलियो में शीघ्र ही चार और नए मॉडल शामिल करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हम और अधिक मॉडल विकसित करेंगे तथा और अधिक नए सीएनजी मॉडल्स लॉन्च करेंगे।
श्रीवास्तव ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमत में निरंतर हो रही वृद्धि ने सीएनजी वाहनों के लिए मांग में इजाफा किया है। उन्होंने बताया कि सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से कंपनी के पास 2.8 लाख ऑर्डर लंबित हैं, जिसमें 1.1 लाख ऑर्डर सीएनजी मॉडल्स के लिए हैं।
पेट्रोल या डीजल वाहन की रनिंग कॉस्ट बढ़कर 5 रुपये प्रति किलोमीटर तक पहुंच गई है, जबकि सीएनजी वाहनों की रनिंग कॉस्ट अभी भी 1.7 रुपये प्रति किलोमीटर बनी हुई है। रनिंग कॉस्ट के अलावा पेट्रोल या डीजल वाहन सीएनजी वाहन की तुलना में लगभग तीन गुना महंगा है। यही पहला कारण है कि लोग अचानक सीएनजी की ओर रुख कर रहे हैं।
दूसरा कारण यह है कि पूरे देशभर में सीएनजी फिलिंग स्टेशन नेटवर्क का तेजी से विस्तार हो रहा है और सीएनजी की पहुंच अब और अधिक वाहन मालिकों तक हो गई है। वर्तमान में 260 शहरों में 3400 सीएनजी स्टेशन स्थापित हो चुके हैं, जबकि कुछ वर्ष पहले तक यह आंकड़ा 150 शहरों में 1500 आउटलेट्स थे।
फैक्टरी फिटेड सीएनजी ऑप्शन की उपलब्धता ने भी सीएनजी वाहनों की मांग बढ़ाने में मदद की है। फैक्टरी फिटेड सीएनजी ग्राहकों को परफॉर्मेंस, मैनटेनेंस और सेफ्टी के मोर्चे पर अधिक संतुष्टि प्रदान करती है।
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