नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी वाहन विनिर्माता कंपनी मारुति सुजकी का प्रीमियम खुदरा ब्रांड नेक्सा अपनी शुरुआत के महज पांच साल में ही देश का तीसरा सबसे बड़ा खुदरा वाहन ब्रांड बन गया है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह दावा किया है। मारुति सुजुकी ने जुलाई 2015 में नेक्सा की शुरुआत की थी। अभी नेक्सा की कार बाजार में 11 प्रतिशत से कुछ अधिक हिस्सेदारी है तथा मारुति की सालाना बिक्री में यह 20 प्रतिशत से अधिक योगदान देता है। नेक्सा के तहत मारुति के पांच प्रीमियम मॉडल की बिक्री होती है।
मारुति सुजुकी के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘नेक्सा किसी कार निर्माता कंपनी की महज बिक्री से आगे बढ़कर खुदरा अनुभव का नया स्वरूप तैयार करने का पहला प्रयास है। नेक्सा ने इस जुलाई में अपने पांच साल पूरे किये हैं और इसने अनोखे उपभोक्ता अनुभव के साथ अब तक 11 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवाएं दी है।’’ नेक्सा के तहत सबसे पहले एस-क्रॉस की बिक्री शुरू की गयी थी। बाद में अक्टूबर 2016 में नेक्सा के साथ बलेनो को जोड़ा गया। इसके बाद जनवरी 2017 में हैचबैक इग्निस, अप्रैल 2017 में सेडान सियाज और अगस्त 2019 में बहुद्देश्यीय वाहन (एमपीवी) एक्सएल6 को नेक्सा के मंच पर उतारा गया। अभी देश भर के 200 शहरों में 370 नेक्सा शोरूम हैं।
कोरोना वायरस महामारी का वाहन उद्योग पर पड़े असर को लेकर श्रीवास्तव फिलहाल इसके विस्तार को लेकर सतर्क हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज, नेक्सा तीसरा सबसे बड़ा खुदरा वाहन चैनल है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 10-11 प्रतिशत है। वर्तमान में, नेक्सा हमारी कुल बिक्री का 20 प्रतिशत योगदान देता है। नेक्सा के साथ, हम आधुनिक शहरी उपभोक्ताओं को आकर्षित करने में सक्षम हैं।’’ उन्होंने कहा कि नेक्सा ने सितंबर 2019 में महज चार साल दो महीने में 10 लाख ग्राहकों को अपने साथ जोड़ा। इसके बाद जुलाई 2020 तक इसने एक लाख और उपभोक्ताओं को अपने साथ जोड़ ग्राहकों की कुल संख्या को 11 लाख कर लिया।