नई दिल्ली। घरेलू वाहन कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा है कि वह दो नए इलेक्ट्रिक वाहन बना रही है, जिन्हें वह अगले दो साल में बाजार में उतारेगी। कंपनी फिलहाल तीन इलेक्ट्रिक मॉडल ई-वेरिटो, ई2ओ प्लस व ई-सुपरो बेच रही है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, हम दो इलेक्ट्रिक उत्पादों पर काम कर रहे हैं। पहला वाहन अगले साल के आखिर तक पेश किया जाएगा, जबकि दूसरा वाहन 2019 के मध्य आएगा।
उन्होंने हालांकि इसका ब्यौरा नहीं दिया। कंपनी ने अपनी इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन क्षमता को 500 से बढ़ाकर 5000 इकाई प्रति माह करने के लिए अगले दो-तीन साल में 600 करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है। गोयनका ने कहा, हमने अब तक इलेक्ट्रिक वाहन खंड में 500 करोड़ रुपए का पहले ही निवेश किया है। अगले दो-तीन साल में हम 600 करोड़ रुपए और निवेश करेंगे।
ईईएसएल की दूसरे दौर की बोली में भाग लेने पर अभी निर्णय नहीं
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि उसने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) को 9500 इलेक्ट्रिक वाहनों की आपूर्ति करने संबंधी दूसरे चरण की बोली में भाग लेने के संबंध में अभी निर्णय नहीं लिया है। उसने कहा कि अभी के मूल्य ढांचे के हिसाब से उसको नुकसान हो जाएगा।
दूसरे चरण में 9500 इलेक्ट्रिक कारों की आपूर्ति का ठेका तब जारी किया जाएगा, जब पहले चरण के तहत 500 इलेक्ट्रिक वाहनों की आपूर्ति कर ली जाएगी। महिंद्रा पहले चरण के 500 वाहनों के 30 प्रतिशत की आपूर्ति करेगी। हालांकि, वह टाटा मोटर्स द्वारा दावा की गई कीमत पर वाहनों की आपूर्ति कर पाने में मुश्किलों का सामना कर रही है।
कंपनी ने कहा कि उसे अभी यह देखना होगा कि बोली के अगले चरण में भाग लेना उसके लिए किस तरह से स्वीकार्य होगा। महिंद्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका ने बताया, हमारे वाहन अन्य बोलीकर्ताओं की तुलना में 2.3 लाख रुपए महंगे हैं और ऐसे में हमें नुकसान का खतरा है।