नयी दिल्ली। देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा छोटी इलेक्ट्रिक कारों के बाद अब इलेक्ट्रिक एसयूवी बनाने पर काम करने जा रही है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह अब अपनी दक्षिण कोरियाई इकाई सांगयोंग मोटर के कुछ माडलों को इलेक्ट्रिक बनाने पर काम करेगी ताकि उनके इलेक्ट्रिक संस्करण पेश किये जा सकें। कंपनी के सीईओ महेश बाबू ने यह जानकारी दी। कंपनी फिलहाल ई वेरिटो व ई2ओ जैसे इलेक्ट्रिक वाहन पहले से ही बेच रही है। इसके साथ ही कंपनी लिथियम आयन बैटरी से चलने वाले तिपहिया बनाने पर भी काम कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘महिंद्रा इलेक्ट्रिक सांगयोंग के साथ काम करेगी ताकि उसके कुछ उत्पादों के इलेक्ट्रिक संस्करण पेश किए जा सकें।’ महिंद्रा इलेक्ट्रिक महिंद्रा समूह की कंपनी है जो इलेक्ट्रिक वाहन बनाती है। वह महिंद्रा की वाहन इकाई के लिए ई -वेरिटो व ई- सुपरो जैसे मौजूदा वाहनों के ई संस्करण लाने पर काम करेगी। बाबू ने कहा हम सांगयोंग के लिए भी वैसी ही भूमिका निभायेंगे।
भारत आई पहली टेस्ला कार
अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की पहली कार भारत की जमीन पर पहुंच चुकी है। इंटरनेट पर टेस्ला की कार के मुंबई पोर्ट पहुंचने की तस्वीरें आई हैं, जिसे देखकर पता चल रहा है कि टेस्ला की X एसयूवी है जो कि अमेरिका से इम्पोर्ट की गई है। टेस्ला अपनी पावरफुल इलेक्ट्रिक कारों के लिए जानी जाती है, भारत आई कार एक इलेक्ट्रिक एसयूवी है। टेस्ला ने अभी आधिकारिक रूप से भारत में अपनी एक भी कार लॉन्च नहीं की है, इस लिए यह माना जा रहा है कि यह किसी व्यक्ति ने अपने निजी इस्तेमाल के लिए खरीदी है।