नई दिल्ली। ऑटो इंडस्ट्री आगामी एक अप्रैल से देशभर में भारत चरण-चार (BS-IV) उत्सर्जन नियमों के अनुपालन वाली गाड़ियों का उत्पादन शुरू करने को तैयार है। सभी प्रकार की गाड़ियों के लिए बीएस-चार उत्सर्जन नियम आगामी एक अप्रैल से देशभर में लागू होने जा रहे हैं।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के अध्यक्ष विनोद दसारि ने बयान में कहा कि ऑटो इंडस्ट्री ने बीएस-चरण चार उत्सर्जन मानकों के लिए किसी तरह का और समय नहीं मांगा है। उन्होंने कहा, समाज के कुछ वर्गों विशेषरूप से पर्यावरण कार्यकर्ताओं द्वारा गलत सूचना दी जा रही है।
ऑटो इंडस्ट्री उत्पादन करने के लिए तैयार
- ऑटो इंडस्ट्री देशभर में एक अप्रैल, 2017 से भारत चरण चार वाहनों के विनिर्माण के लिए पूरी तरह तैयार है।
- दसारि ने कहा कि इंडस्ट्री में पूर्व में सभी तकनीकी नियमनों का अनुपालन किया है और भविष्य में भी वह ऐसा ही करता रहेगा।
- उन्होंने कहा कि इंडियन ऑटो इंडस्ट्री अपने उत्सर्जन मानकों का अद्यतन करने के मामले में सबसे तेज है।
- यूरोप ने यूरो चार चरण को लागू करने के लिए 13 साल का समय लिया।
- भारतीय उद्योग ने सिर्फ दस साल में चरण चार उत्सर्जन नियम पेश कर दिए।
- सबसे पहले इसे 2010 में पेश किया गया।
- वाहन कंपनियां 2010 से ही भारत चरण चार अनुकूल यात्री वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों का 2010 से उत्पादन कर रही हैं।
- अखिल भारतीय स्तर पर चरण चार नियमों को लागू करने में देशभर में चरण चार ईंधन की अनुपलब्धता एक वजह रहीं।
- ऐसे में कुछ श्रेणियों के चार पहिया वाहन 1 अप्रैल, 2017 तक भारत चरण तीन पर चल रहे हैं।