चेन्नई। दक्षिण कोरिया की प्रमुख ऑटो कंपनी और भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड देश में अपने हाइब्रिड वाहन को लॉन्च करने की योजना रद्द कर सकती है। कंपनी के एक टॉप एग्जीक्यूटिव ने बताया कि भारत सरकार का समर्थन न मिलने की वजह से हाइब्रिड वाहन योजना को रद्द किया जा सकता है।
इससे पहले इस साल की शुरुआत में हुंडई मोटर्स ने कहा था कि ऑटो एक्सपो 2018 में उसकी योजना अपना हाइब्रिड मॉडल Ioniq (आयोनिक) को पेश करने की है। लेकिन अब कंपनी ने इस योजना को निरस्त कर इलेक्ट्रिक वाहनों पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। हुंडई मोटर्स इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी वाईके कू ने कहा कि हाइब्रिड के लिए कोई समर्थन नहीं है। मुझे लगता है कि हमें इस योजना को निलंबित करना होगा और भारतीय बाजार के लिए हाइब्रिड उत्पाद रद्द करने होंगे।
उल्लेखनीय है कि जीएसटी व्यवस्था के तहत हाइब्रिड वाहनों पर अन्य लग्जरी कारों की तरह 28 प्रतिशत की दर से टैक्स लगाया गया है। साथ में 15 प्रतिशत का उपकर भी लगाया गया है। इससे हाइब्रिड वाहनों पर कुल टैक्स बढ़कर 43 प्रतिशत हो गया है, जो कि जीएसटी से पहले 30.3 प्रतिशत था। सरकार ने संकेत दिया है कि वह इसमें कोई संशोधन नहीं करेगी।