जनरल मोटर्स भारत में शेवरले के नाम से गाड़ियां बेचती है। भारतीय कार बाजार में कंपनी के स्पार्क, बीट, सेल, टवेरा, क्रूज और कैप्टिवा मॉडल मौजूद हैं। कंपनी ने 1995 में भारतीय बाजार में प्रवेश किया था। इसके बाद से लाखों प्रयासों के बावजूद कंपनी अपनी जगह नहीं बना पाई है।
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि यह निर्णय जनरल मोटर्स इंडिया के लिए भविष्य में उत्पाद योजनाओं की व्यापक समीक्षा के ली गई है। कंपनी ने कहा कि पुराने ग्राहकों को सर्विस की सुविधा मिलती रहेगी। वहीं कंपनी रूस और यूरोप सहित चार अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों से भी निकल गई है। जनरल मोटर्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और जीएम इंटरनेशनल के अध्यक्ष स्टीफन जैकोबी ने कहा कि कई विकल्पों की तलाश बावजूद भारत में किया गया निवेश अन्य महत्वपूर्ण वैश्विक अवसरों के मुकाबले लाभ नहीं देगा। उन्होंने कहा, “घरेलू बाजार में निवेश करने के बाद भी लंबे समय में भी फायदे का सौदा नहीं होगा।