एक्सटीरियर
डिजायन की बात करें तो रेनॉल्ट डस्टर का डिज़ायन पारंपरिक एसयूवी वाला है। यह बहुत ज्यादा शार्प नहीं है। डस्टर का नया मॉडल, पुराने मॉडल के मुकाबले ज्यादा आकर्षक है। वहीं हुंडई क्रेटा ज्यादा मॉर्डन और आकर्षक नजर आती है। नई डस्टर में स्मोक्ड हैंडलैंप्स, टू-स्लेट क्रोम ग्रिल और सिल्वर स्किड प्लेट दी गई है। एयरडैम पहले से ज्यादा बड़ा है, पीछे की तरफ एलईडी टेल लाइटें दी गई हैं। साइड में नए डिजायन वाले 16 इंच के गनमैटल अलॉय व्हील दिए गए हैं।
हुंडई क्रेटा की बात करें तो यह लम्बाई, चौड़ाई और ऊंचाई के मामले में रेनो डस्टर से पिछड़ी हुई है लेकिन इसकी कद-काठी यह अहसास नहीं होने देती। इसका डिजायन आकर्षक और दमदार है। इस में स्वेप्टबैक हैडलैंप क्लस्टर के साथ प्रोजेक्टर लाइटें दी गई हैं। साइड में 17 इंच के अलॉय व्हील और पीछे की तरफ फॉक्स स्किड प्लेट दी गई है। एसयूवी के लिहाज़ से देखा जाए तो डस्टर का डिजायन ज्यादा मस्कुलर या दमदार लगता है।
तस्वीरों में देखिए इन दोनों कार्स को
Duster and creta
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इंटीरियर, फीचर्स और सेफ्टी
हुंडई क्रेटा की इंटीरियर क्वालिटी तारीफ के काबिल है। इसमें डार्क बेज़-ब्लैक कॉम्बिनेशन वाली कलर थीम का इस्तेमाल किया गया है। आगे का ग्लास एरिया काफी बड़ा है। सीटें काफी आरामदायक हैं, औसत से थोड़े वज़नी पैसेंजर भी इन सीटों में आराम महसूस करेंगे। केबिन में स्पेस को लेकर शिकायत नहीं मिलेगी। इसकी ऊंचाई भी काफी है। ड्राइवर, सीट की ऊंचाई को अपने कद के हिसाब से एडजस्ट कर सकते हैं। स्टीयरिंग को भी ऊपर-नीचे एडजस्ट किया जा सकता है। इसके अलावा इसमें स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल स्विच, क्लाइमेट कंट्रोल कंसोल और पावर विंडो स्विच दिए गए हैं। जो एकदम सही जगह पर और इस्तेमाल में आसान हैं।
- एडवांस फीचर्स के तौर पर इसमें स्मार्ट-की, पुश-बटन स्टार्ट, लैदर अपहोल्स्ट्री (एटी वेरिएंट) दिए गए हैं।
- साथ ही इलेक्ट्रिक एडजस्टेबल और फोल्डेबल विंग मिरर और रियर एसी वेंट्स दिए गए हैं।
- इसके अलावा इसमें टचस्क्रीन इंफोटेंमेंट सिस्टम भी दिया गया है जो 6-स्पीकरों से जुड़ा है और नेविगेशन सपोर्ट देता है।
इतना सब होने के बाद भी हुंडई क्रेटा में कुछ कमियां बनी हुई हैं। ऑटोमैटिक वेरिएंट में हाईट एडजस्टेबल सीट बेल्ट नहीं दी गई हैं। एमआईडी में काफी कम जानकारी मिलती है। इसमें ऑटो हैडलैंप्स, कूल्ड ग्लोव बॉक्स और आगे-पीछे एडजस्ट होने वाला स्टीयरिंग नहीं दिया गया है, जबकि ये सभी फीचर्स क्रेटा से सस्ती एलीट आई-20 हैचबैक में दिए गए हैं।
बात करें डस्टर की तो यहां पुराने मॉडल की तुलना में काफी सुधार हुआ है। डस्टर का केबिन क्रेटा जितना आकर्षक तो नहीं है लेकिन यह काफी व्यवहारिक है। डस्टर का डैशबोर्ड देखने में काफी अच्छा है। इस पर ब्लैक और ब्राउन कलर का इस्तेमाल किया गया है। सेंटर कंसोल पर पियानो ब्लैक फिनिशिंग दी गई है। इसके दोनों तरफ सिल्वर फिनिश दी गई है। पुराने वर्जन की तुलना में नई डस्टर की प्लास्टिक क्वालिटी में भी काफी सुधार हुआ है। केबिन में स्पेस भी काफी मिलेगा। डस्टर की सीटों पर लैदर अपहोल्स्ट्री नहीं दी गई। इसकी सीटें क्रेटा के मुकाबले ज्यादा चौड़ी और अच्छा सपोर्ट देने वाली हैं। इसमें क्रूज़ कंट्रोल भी मिलेगा, यह फीचर हुंडई क्रेटा में नहीं है।
- फीचर्स की बात करें तो इसमें 7 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेंमेंट सिस्टम, नेविगेशन के साथ दिया गया है।
- हालांकि इसकी टच क्वालिटी क्रेटा जितनी अच्छी नहीं है। स्विच और बटन व्यवस्थित तरह से नहीं लगे हैं।
- अगर क्लाइमेट कंट्रोल और इंफोटेंमेंट सिस्टम का इस्तेमाल करना हो तो आपको सड़क से नज़र हटानी ही होगी।
- इसकी पीछे वाली सीट इतनी बड़ी है कि इसमें 3 व्यस्क आसानी से बैठ सकते हैं।
- बूट स्पेस के मामले में भी रेनो डस्टर आगे है। इसका बूट स्पेस 475 लीटर है, वहीं क्रेटा का बूट 402 लीटर का है।
सुरक्षा के लिए हुंडई क्रेटा एटी में ड्यूल एयरबैग और एबीएस दिया गया है। 6 एयरबैग केवल टॉप मैनुअल वेरिएंट में ही मिलेंगे। बात करें रेनो डस्टर की तो इसमें एबीएस के साथ ईबीडी, ईएसपी, हिल स्टार्ट असिस्ट और ड्राइवर साइड एयरबैग दिया गया है।
इंजन और परफॉर्मेंस
पावर स्पेसिफिकेशन की बात करें तो हुंडई क्रेटा को दो डीज़ल इंजन में उतारा गया है। वहीं रेनो डस्टर केवल एक डीज़ल इंजन में दो पावर विकल्पों के साथ उपलब्ध है। इसका ऑटोमैटिक वेरिएंट सबसे पावरफुल है। डस्टर ऑटोमैटिक में 1.5 लीटर का टर्बो डीज़ल इंजन लगा है। इसकी पावर 110 पीएस और टॉर्क 245 एनएम है। चाहे शहरी ड्राइव हो या फिर हाईवे ड्राइव, दोनों ही स्थानों पर इसका प्रदर्शन अच्छा है। इसमें 6-स्पीड एएमटी गियरबॉक्स दिया गया है। हालांकि उपयोग के लिहाज से इसका गियरबॉक्स ज्यादा स्मूद नहीं है, यह थोड़ा देर से रिस्पॉन्स देता है।
बात करें हुंडई क्रेटा की तो इसके पावरफुल वेरिएंट में 1.6 लीटर का सीआरडीआई डीज़ल इंजन लगा है। यह रेनो डस्टर से 18 पीएस ज्यादा पावर और 15 एनएम ज्यादा टॉर्क देता है। यह इंजन 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से जुड़ा है। इसका गियरबॉक्स इस्तेमाल करने में काफी स्मूद और आसान है।
राइड, हैंडलिंग और ब्रेकिंग
भले ही पावर और टॉर्क के मामले में हुंडई क्रेटा का इंजन बेहतर हो, लेकिन राइड और हैंडलिंग के मामले में रेनो डस्टर किसी से कम नहीं है। रास्ता चाहे कैसा भी हो इसके सस्पेंशन अच्छी प्रतिक्रिया देते हैं। ग्राउंड क्लीयरेंस के मामले में भी डस्टर, हुंडई क्रेटा से आगे है। डस्टर का ग्राउंड क्लीयरेंस 250 एमएम है, जबकि क्रेटा का ग्राउंड क्लीयरेंस 190 एनएम है। अगर आप ऑफ-रोडिंग के शौकीन हैं तो आपको मैनुअल वेरिएंट लेना होगा क्योंकि मैनुअल वेरिएंट में ही ऑल व्हील ड्राइव की सुविधा दी गई है। ऑटोमैटिक वेरिएंट में केवल टू-व्हील ड्राइव की सुविधा मिलेगी। हाईवे पर डस्टर का स्टीयरिंग अच्छी प्रतिक्रिया देता है, सिटी राइडिंग के दौरान यह थोड़ा भारी लग सकता है। ड्राइविंग के मामले में डस्टर ज्यादा मज़ेदार है, बस कम रिस्पॉन्सिव स्टीयरिंग और धीमे गियरशिफ्ट इसकी प्रमुख कमियां हैं।
बात करें हुंडई क्रेटा की यह वरना सेडान का बड़ा वर्जन जैसा अहसास देती है। इसका स्टीयरिंग व्हील काफी हल्का है, सीटी ड्राइविंग में तो यह ठीक है लेकिन स्पीड बढ़ने के बावजूद यह भारी नहीं होता है। क्रेटा की राइड क्वालिटी भी डस्टर के मुकाबले कमज़ोर है, यह खराब सड़कों और गड्ढों के झटकों को डस्टर जितनी अच्छी तरह नहीं झेल पाती। ब्रेकिंग के मामले में भी डस्टर बेहतर है, क्रेटा की ब्रेकिंग थोड़ी कमज़ोर लगती है।
निष्कर्ष
रेनो डस्टर और हुंडई क्रेटा एक ही सेगमेंट में मौजूद है लेकिन इस्तेमाल के लिहाज़ से दोनों में काफी अंतर है। अगर आप ड्राइविंग का मज़ा लेना चाहते हैं, ऑफ-रोडिंग करना चाहते हैं तो फिर डस्टर एक बेहतर विकल्प है। अगर आपको शहरी इलाकों में ही चलना है और रोमांच के बजाए आरामदायक ड्राइविंग और कंफर्ट फीचर पसंद हैं तो फिर क्रेटा बेहतर रहेगी।
कीमत की बात करें तो वेरिएंट दर वेरिएंट हुंडई क्रेटा की तुलना में रेनो डस्टर 1.66 लाख रूपए से लेकर 1.92 लाख रूपए तक सस्ती है। अगर आप हाईवे और उबड़-खाबड़ रास्तों पर ज्यादा सफर करते हैं तो आपके लिए रेना डस्टर लेना बेहतर है। अगर आप प्रीमियम और कई फीचर्स से लैस अर्बन एसयूवी चाहते हैं तो आपको हुंडई क्रेटा की तरफ मुड़ना चाहिये।
रेनो डस्टर ऑटोमैटिक
प्लस पॉइंट
- उबड़-खाबड़ रास्तों पर चलाने में आसान और आरामदायक
- इंजन अच्छी प्रतिक्रिया देता है।
- केबिन में अच्छा स्पेस और स्टोरेज मौजूद है।
- सुरक्षा के लिए ड्यूल एयरबैग, एबीएस के साथ ईबीडी, हिल स्टार्ट असिस्ट और ईएसपी जैसे फीचर दिए गए हैं।
- डिजायन दमदार है।
माइनस पॉइंट
- ऑटोमैटिक गियरबॉक्स धीमी प्रतिक्रिया देता है।
- इंटीरियर क्वालिटी ज्यादा बेहतर नहीं, इंफोटेंमेंट सिस्टम थोड़ा पुराना लगता है।
- फीचर्स में थोड़ी सुधार की गुंजाइश महसूस होती है।
हुंडई क्रेटा ऑटोमैटिक
प्लस पॉइंट
- शहरी राइड में काफी आरामदायक है।
- अच्छे और प्रीमियम फीचर दिए गए हैं।
- इंजन और गियरबॉक्स में तालमेल अच्छा है, इस्तेमाल करने में आसान
- डिजायन और स्टाइल का अच्छा पैकेज है।
- हुंडई के बड़े और भरोसेमंद नेटवर्क का सपोर्ट।
माइनस पॉइंट
- ऐसे कई फीचर्स हैं जो ऑटोमैटिक वेरिएंट में नहीं मिलेंगे, जबकि वे इससे सस्ते मैनुअल वेरिएंट में दिए गए हैं। इसमें हिल स्टार्ट असिस्ट, 6 एयरबैग, व्हीकल स्टेबिलिटी मैनेजमेंट और हाईट एडजस्टेबल सीटबेल्ट शामिल है।
- हैंडलिंग और ड्राइविंग औसत दर्जे की है।
- डस्टर की तुलना में करीब 2 लाख रूपए तक महंगी।
Source: cardekho.com