टोक्यो। निसान के पूर्व प्रमुख कार्लोस घोसन 100 दिन से अधिक जेल में बिताने के बाद बुधवार को रिहा हो गए। उन्हें एक ही दिन पहले टोक्यो की एक अदालत ने एक अरब येन यानी करीब 90 लाख डॉलर के मुचलके पर जमानत दी है। घोसन उत्तरी टोक्यो की जेल से बाहर निकले। वह सुरक्षाकर्मियों से घिरे हुए थे।
घोसन को जमानत मिलना इस हाई-प्रोफाइल मामले में आया नया मोड़ है। पिछले साल 19 नवंबर को वित्तीय अनियमितताओं के संदेह में घोसल की गिरफ्तारी के बाद से जापान और कारोबारी जगत में काफी उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है।
घोसन के खिलाफ वित्तीय अनियमितता के तीन आरोप हैं। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है। इससे पहले भी वह दो बार जमानत की याचिका दायर कर चुके हैं। जमानत की शर्तों के मुताबिक घोसन जापान से बाहर नहीं जा सकते हैं। उनके संपर्क करने के माध्यमों को भी सीमित रखा गया है।
क्योडो न्यूज एजेंसी के अनुसार, घोसन को सेल फोन का सीमित इस्तेमाल करने दिया जाएगा। वह कामकाजी दिनों में अपने वकील के कार्यालय में लगे सिर्फ एक कम्प्यूटर का इस्तेमाल कर सकेंगे। उन्हें अपने खिलाफ आरोप लगाने वालों तथा निसान के कार्यकारियों के साथ संपर्क करने से भी रोका गया है। निसान ने घोसन को जमानत मिलने पर कोई टिप्पणी नहीं की। कंपनी ने कहा कि यह अदालत और अभियोजक का मामला है।