बीजिंग। एलोन मस्क की ईवी निर्माता टेस्ला चीन में अपनी लगभग 285,000 कारों में ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर को रिमोट तरीके अपडेट करेगी, ताकि वाहन चलाते समय ड्राइवरों को गलती से ऑटोपायलट फीचर को सक्रिय करने से रोका जा सके। गिज्मोचाइना के अनुसार, देश की नियामक एजेंसी ने उन दावों की जांच के बाद कहा है कि वाहन चलाते समय ड्राइवर अनजाने में ऑटोपायलट पर स्विच कर लेते हैं। बता दें कि हालिया रिपोर्ट में सामने आया था कि टेस्ला इस साल दिसंबर तक अपनी पहली कार भारत में लॉन्च कर सकती है।
समझा जाता है कि रिमोट अपडेट स्थानीय रूप से और विदेश से बनी कारों दोनों को प्रभावित करता है। स्टेट रेगुलेटर, चीन के स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन फॉर मार्केट रेगुलेशन का मानना है कि अगर ऑटोपायलट को मजबूत नहीं किया गया तो सुरक्षा संबंधी चिंताएं रहेंगी।
जब ऑटोपायलट गलती से चालू हो जाता है, तो वाहन तेजी से या तेजी से धीमा हो सकता है। अचानक त्वरण या धीमा होना, चरम मामलों में, टक्कर का कारण बन सकता है।
राज्य नियामक के अनुसार, टेस्ला ने शनिवार से ही सॉफ्टवेयर को अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। प्रभावित वाहनों में से अधिकांश स्थानीय रूप से निर्मित मॉडल 3 और मॉडल वाई मॉडल हैं, जबकि 35,000 से अधिक आयातित मॉडल 3 को भी अपडेट किया जाएगा।
टेस्ला के पास हाल के दिनों में अपने वाहनों में ऑटोपायलट से जुड़ी सुरक्षा से संबंधित कई मुद्दे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन और अमेरिका दोनों देशों में कुछ घातक टक्करों को भी दर्ज किया गया है। हालांकि, टेस्ला ने ऑटोपायलट फीचर के अधिक से अधिक विकास को जारी रखा है, सुरक्षा चिंताओं को उनके विकास में शामिल किया गया है।