नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला (tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने भारत में टेस्ला कारों के चलने की तारीख खुद बता दी है। ट्वीटर पर एक फॉलेअर्स ने उनसे पूछा कि क्या टेस्ला भारत में जनवरी 2021 में आ रही है, तो इसके जवाब में मस्क ने कहा कि नहीं, लेकिन निश्चित रूप से इस साल जरूर आएगी।
इससे पहले अक्टूबर में, मस्क ने कहा था कि इलेक्ट्रिक कार निर्माता अब आखिरकार अगले साल भारत के बाजार में प्रवेश करने के लिए तैयार है। टेस्ला क्लब इंडिया के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए, मस्क ने कहा था कि जनवरी 2021 में हम संभवत: ऑर्डर लेने के लिए तैयार होंगे।
पहले कई मौकों पर, मस्क ने खुलासा किया था कि वह टेस्ला को भारत लाना चाहते हैं, लेकिन 2018 के ट्विटर पोस्ट में, उन्होंने कुछ चुनौतीपूर्ण सरकारी नियमों का बाधा के रूप में हवाला दिया था।
गडकरी ने जताया भरोसा अगले साल भारत में दौड़ेगी टेस्ला
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि अमेरिका की वाहन क्षेत्र की दिग्ग्ज कंपनी टेस्ला अगले साल से भारत में अपनी कारों के लिए वितरण केंद्र खोलेगी। मांग के आधार पर कंपनी यहां अपना विनिर्माण कारखाना लगाने पर भी विचार करेगी। भारत में अगले पांच साल में दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादक बनने की क्षमता है।
2030 तक कार्बन उत्सर्जन में कटौती का लक्ष्य
मंत्री ने कहा कि भारत ने 2030 तक कार्बन उत्सर्जन में 30 से 35 प्रतिशत की कटौती की प्रतिबद्धता जताई है। साथ ही भारत अपने आठ लाख करोड़ रुपये के कच्चे तेल के आयात को कम करने का प्रयास कर रहा है। ऐसे में हम हरित ईंधन और बिजली के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों पर ध्यान दे रहे हैं।
69000 ई-चार्जिंग कियोस्क बनेंगे
गडकरी ने कहा कि भारत बिजली अधिशेष वाला देश है और यहां ई-मोबिलिटी समाधान के लाभ की संभावनाएं व्यापक हैं। गडकरी ने कहा कि केंद्र का 2030 में निजी कारों में इलेक्ट्रिक वाहनों का हिस्सा 30 प्रतिशत करने का लक्ष्य है। इसके अलावा वाणिज्यिक कारों में इसे 70 प्रतिशत, बसों में 40 प्रतिशत और दोपहिया और तिपहिया में 80 प्रतिशत करने का लक्ष्य है। इसके लिए सरकार विभिन्न प्रोत्साहन देगी। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन के लिए सरकार की योजना देशभर में सभी 69,000 पेट्रोल पंपों पर कम से कम एक ई-चार्जिंग कियोस्क लगाने की है।