नई दिल्ली: देश की प्रमुख वाहन कंपनियां मारुति सुजुकी इंडिया, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और महिंद्रा एंड महिंद्रा इस साल त्योहारी सीजन में अपनी बिक्री बेहतर रहने की उम्मीद कर रही हैं। हालांकि, चिप की कमी की वजह से वाहन कंपनियों के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है और उनके लिए अपनी उत्पादन सारिणी को पूरा करना मुश्किल हो रहा है। त्योहारी सीजन ओणम के साथ शुरू होकर नवंबर में दिवाली के साथ संपन्न होता है।
वाहन कंपनियों को अभी तक मजबूत मांग देखने को मिली है। अब वाहन कंपनियां डीलरों को आपूर्ति बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं ताकि अक्टूबर में व्यस्त त्योहारी सीजन के समय उपभोक्ताओं की मांग को पूरा किया जा सके। मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक शशांक श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अभी मांग ठीक-ठाक है। यह पिछले साल की तुलना में कुछ बेहतर है। हालांकि, आपूर्ति के मोर्चे पर कुछ प्रतिकूल प्रभाव है। हम उसकी निगरानी कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी नवरात्र से पहले पर्याप्त भंडार बनाने का इरादा रखती है, जिससे बढ़ी मांग को पूरा किया जा सके। हालांकि, यह सेमीकंडक्टर की आपूर्ति पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा कि अभी मारुति के पास 23-24 दिन का भंडार है। इसका उचित स्तर 30 दिन का होता है। कंपनी के लिए इस स्तर को पाना आसान नहीं होगा। कंपनी पहले ही कह चुकी है कि सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से सितंबर में उसका उत्पादन सामान्य का 40 प्रतिशत रहेगा। श्रीवास्तव ने कहा कि इस साल बिक्री पिछले साल से निश्चित रूप से बेहतर रहेगी। लेकिन यह 2017-19 के बेहतर वर्षों से काफी पीछे रहेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी त्योहारी सीजन के दौरान नए उत्पाद उतारने की तैयारी कर रही है, उन्होंने कहा कि हम उत्पाद योजना का खुलासा नहीं कर सकते। लेकिन जब उत्पाद के मोर्चे की बात होगी, तो हम मजबूत रहेंगे। हम हमेशा नए मॉडल पेश करते रहे हैं। आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के आटोमोटिव प्रभाग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय नाकरा ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद बाजार खुलने से कुल मांग सुधरी है। शुरुआती संकेत तो यही बताते हैं कि त्योहारी सीजन अच्छा रहेगा। नाकरा ने त्योहारी मांग में यूटिलिटी वाहनों का अच्छा-खासा योगदान होगा। कुल यात्री वाहनों की मांग में इनका हिस्सा आधा रहेगा। उन्होंने कहा कि अभी हमारा ध्यान उपभोक्ताओं का अनुभव बेहतर करने पर है। हम अपने सभी डिजिटल माध्यम और अन्य उपायों के जरिये उपभोक्ता अनुभव को बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी एक वैश्विक मुद्दा है। इससे हमारें ब्रांड के लिए इंतजार की अवधि बढ़ रही है। हम इस चुनौती से प्राथमिकता के आधार पर निपटने को नवोन्मेषी और विश्वसनीय तरीका ढूंढ रहे हैं। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के एसोसिएट महाप्रबंधक (एजीएम) बिक्री एवं रणनीतिक विपणन वी वाइसलाइन सिगामनी ने कहा कि मांग धीरे-धीरे सुधर रही है। कंपनी उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि हम बेहतर सेवाओं की पेशकश का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही हमारा इरादा बिक्री परिचालन को डिजिटल करने और ऑर्डर से डिलिवरी के समय को कम करने का है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार, निजी वाहनों की मांग और बाजार में नई पेशकशों से आगामी त्योहारी सीजन में मांग में तेजी जारी रहेगी।