नई दिल्ली। महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका के अनुसार नोटबंदी के कारण नवंबर और दिसंबर में भारतीय वाहन व ट्रैक्टर सेगमेंट को 8000 करोड़ रुपए का कारोबारी नुकसान हुआ। सरकार ने 8 नवंबर की रात को नोटबंदी की घोषणा की और 1000 और 500 रुपए के मौजूदा नोटों को चलन से बाहर कर दिया था।
गोयनका ने कहा कि पिछले साल सितंबर व अक्टूबर में अच्छे त्योहारी सीजन बाद वाहन उद्योग की बिक्री मजबूती की राह पर थी लेकिन नवंबर की नोटबंदी ने इस पर एक तरह से विराम लगा दिया। उन्होंने कहा,हमने एक फार्मूले के तहत यह गणना की है कि नवंबर व दिसंबर में ट्रैक्टर और वाहन उद्योग को 8000 करोड़ रुपए का कारोबारी नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि इस नुकसान का आकलन क्या हो सकता था और क्या हो गया के आधार पर किया गया है।
गोयनका ने कहा,काफी स्पष्ट गणना है। उद्योग को 8000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ और यह कारोबार को लगभग 10 प्रतिशत नुकसान है।
- नवंबर महीने में सभी श्रेणियों के वाहनों की बिक्री 5.48 प्रतिशत घटकर 15,63,665 इकाई रही जो कि नवंबर 2015 में 16,54,407 वाहन रही थी।
- यह बीते 43 महीनों में सबसे तीव्र गिरावट रही जबकि मार्च 2013 में इसकी गिरावट 7.75 प्रतिशत घटी थी।
- इसी तरह दिसंबर 2017 में वाहन उद्योग की मासिक बिक्री वृद्धि 16 महीने के निचले स्तर पर आ गई।
- दिसंबर में कुल वाहन बिक्री 18.66 प्रतिशत घटकर 12,21,929 वाहन रही।