नई दिल्ली। ईंधन और इंश्योरेंस प्रीमियम महंगा होने और शेयर बाजार में लगातार गिरावट की वजह से इस बार ऑटो कंपनियों को त्योहारी सीजन में बिक्री फीकी रहने का डर सता रहा है। ऑटो कंपनियों का इन्वेंट्री लेवल औसत से अधिक बढ़ गया है, इस वजह से अब कंपनियों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए और अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए भारी डिस्काउंट और अन्य फेस्टिव ऑफर्स की झड़ी लगा दी है।
मारुति सुजुकी, हुंडई, महिंद्रा, फोर्ड और टाटा मोटर्स से लेकर बीएमडब्ल्यू, ऑडी और मर्सिडीज बेंज जैसी बड़ी कंपनियों ने अपनी हैचबैक, सेडान और एसयूवी पर डिस्काउंट की पेशकश की है। इसके तहत मारुति अल्टो पर 50,000 रुपए, महिंद्रा स्कॉर्पियो एसयूवी पर 70,000 रुपए और बीएमडब्ल्यू 7-सिरीज सलून पर 14 लाख रुपए तक का डिस्काउंट ऑफर किया जा रहा है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में ऑटो बिक्री की रफ्तार 6.88 प्रतिशत रही है। सियाम के प्रमुख और महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑटोमोटिव डिविजन के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा कि कमजोर उपभोक्ता सेंटीमेंट, महंर्ग ईंधन और देश के कई हिस्सों में कमजोर मानसून की वजह से बिक्री पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि ईंधन महंगा होने की वजह से लोगों ने अपनी खरीदारी को कुछ समय के टाल दिया है।
मारुति के एक अधिकारी ने भी कहा कि उपभोक्ता सेंटीमेंट कमजोर हैं। ईंधन और इंश्योरेंस प्रीमियम की लागत बढ़ने के अलावा हालिया राजनीतिक माहौल ने खरीदार के मूड को प्रभावित किया है। वर्तमान सरकार के खिलाफ नकारात्मक माहौल बनने से खरीदार भविष्य को लेकर अनिश्चित हैं इसलिए उन्होंने अभी बड़ी खरीद को टाल दिया है।
हुंडई इंडिया के एमडी और सीईओ वाईके कू ने कहा कि अभी देश में स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। कमजोर रुपए की वजह से हमारी विनिर्माण लागत बढ़ी है और धीमी बिक्री की वजह से हम इसका बोझ उपभोक्ताओं पर भी नहीं डाल सकते। राष्ट्रीय राजधानी में लग्जरी कार के एक टॉप डीलर ने कहा कि बैंकिंग सिस्टम में सावधानी पूर्वक काम होने से तरलता का संकट बढ़ गया है। ट्रेडर्स और एसएमई को अपनी कारोबारी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धन नहीं मिल रहा है, ऐसे में वो कैसे एक महंगी कार खरीद सकते हैं।