नई दिल्ली। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (India Ratings) के मुताबिक भारत में व्यापक आर्थिक संकेतकों में सुधार के बावजूद कमर्शियल वाहनों की बिक्री सामान्य होने में उम्मीद से अधिक समय लग सकता है। इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि ई-कॉमर्स खंड में गतिविधियों में बढ़ोतरी के कारण हल्के कमर्शियल वाहन (एलसीवी) खंड में सुधार की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन मध्यम और भारी कमर्शियल वाहन (एमएचसीवी) की बिक्री 2021-22 की चौथी तिमाही से पहले सामान्य होने की उम्मीद नहीं है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में एमएचसीवी की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 35-45 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है, हालांकि एलसीवी की बिक्री में गिरावट 20-25 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है। इंडिया रेटिंग्स ने एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में उद्योग दो अंकों में वृद्धि हासिल कर सकता है। ऐसा खासतौर से वित्त वर्ष 2020-21 के कम आधार प्रभाव के चलते होगा।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के आंकड़ों का हवाला देते हुए इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि कमर्शियल वाहनों की खुदरा बिक्री में नवंबर 2020 में वृद्धि हुई (अक्टूबर के मुकाबले 13 प्रतिशत), हालांकि यह इससे पिछले साल दर्ज की गई औसत मासिक बिक्री से काफी कम है। नवंबर में बिक्री पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 31 प्रतिशत घटी थी।