नई कार खरीदने जा रहे हैं तो जो दो बातें निश्चित तौर पर आपके लिए जानना बेहद जरूरी हैं उनमें पहली यह कि कितने रुपए तक की कार आपके बजट में है, यानि आपकी मौजूदा वित्तीय स्थिति को देखते हुए आपको अपनी नई कार के लिए कितने रुपए खर्च करने चाहिए और दूसरा यह कि अगर आप इस कार के लिए लोन ले रहे हैं तो आपको कुल कितने पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। लोन लेने की स्थिति में कार के लिए खर्च होने वाली कुल राशि में डाउन पेमेंट + बैंक या फाइनेंस कंपनी की ओर से एप्रोव्ड लोन अमाउंट + लोन लेने के प्रोसेस में खर्च होने वाली राशि + ब्याज की राशि शामिल होती है।
नई कार का बजट तय करते समय इन पांच बातों का रखें ख्याल
1. कार की कुल रकम – जो कार खरीदने का मन आपने बनाया है सबसे पहले उसकी कुल कीमत पता करें। कार की कुल रकम में एक्स शोरूम प्राइस के अलावा भी तमाम चीजें शामिल होती हैं। मसलन सेल्स टैक्स, रजिस्ट्रेशन फीस, इंश्योरेंस आदि। साथ ही अगर आप कार के लिए कुछ खास साम्रगी (ऐक्सेसरीज़) खरीद रहे हैं तो उसके लिए भी आपको अलग से पैसे देने होते हैं। इनमें कार की बढ़ी हुई वारंटी, सेंट्रल लॉकिंग, स्टीरिओ जैसी तमाम चीजें शामिल होती हैं। ध्यान दें अखबार, टीवी या होर्डिंग पर लगे इस्तेहार में अक्सर कार का एक्सशो रूम प्राइस ही दिया जाता है। जबकि कार की असल कीमत में अन्य चीजें शामिल होती हैं। ऐसे में सबसे पहले जो कार खरीदने का मन आपने बनाया है उसकी कुल कीमत जान लें।
2. मासिक ईएमआई का रखें ख्याल – अगर आप अपनी कार के लिए लोन ले रहे हैं तो हर महीने आप कितनी ईएमआई आसानी से दे सकते हैं इसका ख्याल रखें। लोन की मियान बढ़ाने से मासिक किश्त कम हो जाती है। आपकी ईएमआई में मूलधन के साथ साथ ब्याज का भुगतान भी शामिल होता है। ऐसे में अगर आप कार खरीदने के लिए ब्याज दरों के नीचे आने का इंतजार कर सकते हैं तो या तो ज्यादा महंगी कार खरीद सकते हैं या फिर ब्याज भुगतान की राशि को कम कर सकते हैं। ब्याज दरें कम होने की उम्मीद है या नहीं इसकी सलाह आप अपने वित्तीय सलाहकार से ले सकते हैं।
3. डाउन पेमेंट – ज्यादातर कार उपभोक्ता लोन लेकर कार खरीदते हैं। कार खरीदते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आप जितना ज्यादा से ज्यादा डाउन पेमेंट कर सकते हैं कर दीजिए क्योंकि इससे जहां एक ओर आपकी मासिक ईएमआई घट जाएगी, वहीं दूसरी ओर ब्याज में आपको कम पैसे खर्च करने होंगे।
4. 10% – 20% नियम– इस नियम के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को अपनी मासिक आमदनी का 10 से 20 फीसदी पैसा यातायात के लिएखर्च करना चाहिए। मतलब अगर आपकी सैलरी 25000 रुपए महीना है तो आपको ज्यादा से ज्यादा 5000 रुपए अपने वाहन या यातायात के लिए खर्च करने चाहिए। ऐसे में ध्यान रखें अगर आप कार खरीद रहे हैं तो मासिक ईएमआई और कार पर मासिक खर्च इसके ऊपर न निकले।
5. 36% का नियम – अगर आपके ऊपर पहले से ही कुछ लोन चल रहे हैं और आप यह नहीं समझ पा रहे कि कार के लिए कितना और कितने समय के लिए लोन लिया जाए। तो आसानी से 36% के नियम को फॉलो करें। इस नियम के मुताबिक आपके कुल कर्ज के लिए दिया जाने वाला मासिक भुगतान आपकी कुल मासिक आमदनी के 36 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए। कर्ज के लिए किए जाने वाले कुल मासिक भुगतान में आपके क्रेडिट कार्ड का बिल, कार या घर के लोन की ईएमआई और गिरवी रखी संपत्ति के एवज में दिया जाने वाला भुगतान शामिल है। उदाहरण के लिए अगर आपकी कुल मासिक आमदनी 25000 रुपए है तो आपकी कुल ईएमआई 9000 रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।