नई दिल्ली। ऑटोमोबाइल डीलरों की संस्था फाडा ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते पैदा हुए व्यवधान के कारण यात्री वाहनों (पीवी) की खुदरा बिक्री अप्रैल 2021 की तुलना में मई 2021 में 55 प्रतिशत घटकर 85,733 इकाई रह गई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने 1,497 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) में 1,294 से वाहन पंजीकरण के आंकड़े जमा कर ये रिपोर्ट तैयार की है।
इस साल अप्रैल में यात्री वाहनों की 2,08,883 इकाई बिकी थीं। फाडा ने बताया कि दोपहिया वाहनों की बिक्री भी पिछले महीने 53 प्रतिशत घटकर 4,10,757 इकाई रही, जो अप्रैल में 8,65,134 इकाई थी। इसी तरह वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री भी पिछले महीने 66 प्रतिशत घटकर 17,534 इकाई रही, जो अप्रैल में 51,436 इकाई थी। तिपहिया वाहनों की बिक्री पिछले महीने 76 प्रतिशत घटकर 5,215 इकाई रह गई, जो इस साल अप्रैल में 21,636 इकाई थी। ट्रैक्टर की बिक्री भी पिछले महीने 57 प्रतिशत घटकर 16,616 इकाई रह गई, जो अप्रैल में 38,285 इकाई थी।
आर्थिक वृद्धि को पटरी पर लाने के लिए कोरोना टीकाकरण की गति को तेज करना जरूरी
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी अपनी मासिक आर्थिक रिपोर्ट में कहा कि आर्थिक वृद्धि की गति फिर से बढ़ाने के लिए कोविड-19 टीकाकरण की गति को तेज करना और बड़े पैमाने चलाना बहुत महत्वपूर्ण है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर की रफ़्तार धीमी पड़ने, टीकाकरण अभियान के तेजी से सुधार और केंद्रीय बजट में नियोजित राजकोषीय उपायों से आने वाली तिमाहियों में निवेश प्रक्रिया बढ़ेगी।
रिपोर्ट में कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रभाव के बारे में कहा गया है कि इसका मौजूदा तिमाही में विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र पर प्रभाव हल्का रह सकता है। रिपोर्ट में जोर देकर कहा गया कि आर्थिक सुधार की गति को फिर से हासिल करने के लिए टीकाकरण की गति और अभियान को तेज करना महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट में मंत्रालय ने कहा कि लोगों की जान और आजीविका बचाने के लिए स्वास्थ ढांचे में मजबूती, टीकाकरण में तेजी, वायरस के अलग प्रारूपों पर शोध, सोच विचार और पहले से भांपते हुए प्रतिबन्ध लगाना और कोविड-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करना बहुत जरूरी है।
रिपोर्ट के अनुसार मई के दूसरे पखवाड़े के दौरान बिजली की खपत, ई-वे बिल और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश प्रवाह जैसे वास्तविक और वित्तीय क्षेत्रों में मामूली वृद्धि देखी गई। देश में कोविड-19 की दूसरी लहर की रफ़्तार पिछले कुछ दिनों में धीमी हुई है। पिछले कुछ दिनों से सक्रिय मामलों में भी लगातार कमी दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार आठ मई के आस-पास कोविड की दूसरी लहर अपने चरम पर थी उसके बाद इसमें कमी आई है। रिपोर्ट में यह भी देखा गया कि देश में वित्त 2020-21 की दूसरी छमाही के दौरान अर्थव्यवस्था में 'वी आकार’ यानी तेजी से सुधार देखने को मिला।