ग्रेटर नोएडा में जारी देश की प्रमुख वाहन प्रदर्शनी आटो एक्सपो बुधवार को खत्म हो गई। आठ दिन तक चले इस वाहन मेले में कंपनियों ने 70 से अधिक नए उत्पाद पेश किये। वाहन प्रदर्शनी को देखने के लिये 6 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे। ऑटो सेक्टर के संगठन सियाम ने बयान में कहा है कि आटो एक्सपो के इस संस्करण में 108 कंपनियों ने कुल 352 भविष्य के वाहन प्रदर्शित किए। इसमें आठ इंटरनेशनल कंपनियां भी थी।
एक्सपो के दौरान 70 नए उत्पादों को पेश किया गया अथवा उनका अनावरण किया गया। पर्यावरण के अनुकूल वाहन इन दिनों काफी चर्चा में हैं। इसी रुख के अनुरूप एक्सपो के दौरान 35 बिजली से चलने वाले वाहन पेश किए गए। वहीं 15 इलेक्ट्रिक वाहनों का ‘कान्सेप्ट’ दिखाया गया। इस बार आटो एक्सपो में कई नयी कंपनियों ने भागीदारी की। इनमें चीन की कंपनियां ग्रेट वॉल मोटर्स और हाइमा आटोमोबाइल के साथ ओलेक्ट्रा शामिल हैं। हालांकि, इस बार आटो एक्सपो में टोयोटा, होंडा, बीएमडब्ल्यू, आडी और दोपहिया कंपनियों हीरो मोटोकॉर्प, बजाज आटो और टीवीएस मोटर ने भाग नहीं लिया।
दो साल में एक बार आयोजित किए जाने वाले आटो एक्सपो का आयोजन ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 5 से 12 फरवरी तक किया गया। आयोजन ऐसे समय हुआ जबकि चीन जानलेवा कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है। चीन की भागीदार कंपनियों के अधिकारी उस दिन पवेलियनों में मौजूद नहीं थे जब चीन की ग्रेट वॉल मोटर ने भारतीय वाहन बाजार में एक अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की। सियाम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा कि वैश्विक स्तर पर आटो एक्सपो प्रदर्शनी मात्र से अब समाज के सभी वर्गों को विशिष्ट अनुभव उपलब्ध कराने वाले हो गए हैं।