नयी दिल्ली। फेस्टिव सीजन में भी ऑटो सेक्टर में छायी मंदी का असर दिख रहा है। यात्री वाहनों के बाद अब कमर्शियल वाहनों का निर्माण करने वाली प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लीलैंड ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने उत्पादन को बाजार की मांग के साथ समायोजित करने के लिए अपने विभिन्न संयंत्रों में मैन्युफैक्चरिंग को इस महीने 15 दिनों तक निलंबित रखेगी।
भारी वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड ने मांग में कमी के मद्देनजर अपने 5 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को सितंबर माह में पांच से 18 दिन तक के लिए 'नो वर्किंग डेज' रखने का निर्णय लिया है। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि सबसे अधिक पंतनगर संयंत्र में सितंबर माह के दौरान नो वर्किंग डे रहेगा। सबसे कम होशूर 1, 2 और सीपीपीएस में पांच दिन नो वर्किंग डे होगा। इसके अलावा एन्नोर प्लांट में सितम्बर माह के दौरान 16 दिन, अलवर और भंडारा में 10 दिनों के लिए नो वर्किंग डे रहेगा।
हिंदुजा की इस प्रमुख कंपनी ने एक नियामकीय सूचना में कहा, 'हम अपने उत्पादन को बिक्री के अनुरूप बनाने के लिए, विभिन्न स्थानों पर कंपनी के संयंत्र अक्टूबर के महीने में 2-15 दिनों तक उत्पादन का काम नहीं होगा।' घरेलू वाहन उद्योग में मंदी के कारण कई कंपिनयां उत्पादन कम करने को बाध्य हुई हैं।
सितंबर में अशोक लीलैंड की बिक्री 55 प्रतिशत गिरी
हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड की सितंबर महीने में वाणिज्यिक वाहनों की कुल बिक्री 55 प्रतिशत गिरकर 8,780 वाहन रह गई। कंपनी ने एक साल पहले इसी महीने में 19,374 वाहन बेचे थे। अशोक लीलैंड ने शेयर बाजार को बताया कि घरेलू बाजार में उसकी कुल वाणिज्यिक वाहन बिक्री 56.57 प्रतिशत गिरकर 7,851 वाहनों पर रही, जो सितंबर 2018 में 18,078 इकाइयों पर थी। इस दौरान, कंपनी की मध्यम एवं भारी वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 69 प्रतिशत गिरकर 4,035 वाहन रह गई। एक साल पहले की इसी महीने में यह आंकड़ा 13,056 इकाई था। वहीं, हल्के वाणिज्यिक वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री 24 प्रतिशत गिरकर 3,816 इकाई पर रही, जो सितंबर, 2018 में 5,022 वाहन पर थी।
अगस्त माह में भी गिरी वाहन सेल
भारतीय आटोमोबाइल विनिर्माता सोसायटी (सियाम) की ओर से 9 सितंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में यात्री वाहनों की बिक्री एक साल पहले इसी माह की तुलना में 31.57 प्रतिशत घटकर 1,96,524 वाहन रह गई। एक साल पहले अगस्त में 2,87,198 वाहनों की बिक्री हुई थी। ऐसे माहौल में बड़ी वाहन निर्माता कंपनियां अपने वाहन निर्माण में कमी कर रही हैं। अशोक लेलैंड से पहले मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने भी कंपनी के वाहनों की मांग में कमी को देखते हुए सात और नौ सितंबर को गुरुग्राम और मानेसर संयंत्र में उत्पादन बंद रखा था। सोलह साल बाद यह पहला मौका था जब कंपनी ने उत्पादन बंद रखा।