नई दिल्ली। देश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भारत सरकार काफी सक्रियता से काम रही है। यही वजह कि मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे ने अप्रैल 2019 से सभी तरह की कारों में एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) फीचर अनिवार्य रूप से देने के निर्देश दिए हैं।
हर कार में एयरबैग देना होगा अनिवार्य
ABS के अलावा, अक्टूबर 2017 से नए मॉडल की कारों में एयरबैग देना भी जरूरी हो जाएगा, वहीं अक्टूबर 2019 से पुराने या मौजूदा मॉडल की हर नई कार में एयरबैग देना जरूरी होगा।
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- मंत्रालय के निर्देश के अनुसार, अप्रैल 2018 से लॉन्च होने वाले हर नए मॉडल में ABS अनिवार्य रूप से शामिल होगा।
- इसके अलावा मौजूदा मॉडल की नई कारों में अप्रैल 2019 तक यह फीचर बतौर स्टैंडर्ड फीचर देना होगा।
- एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सड़क हादसों के लिए प्रमुख तौर पर सही से ड्राविंग न आना, खराब सड़कें और खराब वाहन जिम्मेदार होते हैं।
- भारत में साल 2015 में सड़क हादसों में करीब 1.50 लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।
- कई अध्ययनों से पता चला है कि ABS फीचर हादसों की संभावनाओं को 20 फीसदी तक कम करता है।
- अचानक ब्रेक लगाने पर ABS फीचर पहियों को लॉक नहीं होने देता है।
- इस वजह से ड्राइवर कार पर नियंत्रण नहीं खोता है और कार बिना फिसले और असंतुलित हुए दिशा बदल लेती है और रुक जाती है।
तस्वीरों में देखिए कैसी दिखती है जीप रैंगलर
Jeep Wrangler
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- एंट्री लेवल हैचबैक सेगमेंट की लोकप्रिय कारों जैसे मारुति सुजुकी ऑल्टो 800, रेनॉ क्विड और हुंडई इयॉन में ABS फीचर नहीं है।
- इनसे ऊपर के सेगमेंट की हैचबैक कारों मसलन मारुति सुजुकी बलेनो और इग्निस में ये फीचर दिए गए हैं।
- भारत में बिकने वाली टॉप-10 कारों में 50 फीसदी से ज्यादा कारें ऐसी है जिनमें ABS नहीं है।
- हालांकि, पैसेंजर सेफ्टी के प्रति बढ़ती गंभीरता को देखते हुए ज्यादातर कंपनियों ने इस दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
स्रोत : Cardekho.com