नई दिल्ली। देश में यात्री वाहन बेचने वाली 17 बड़ी कंपनियों में से करीब आधी की बिक्री में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान गिरावट देखी गई है। इसमें अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों की बिक्री में गिरावट मुख्य तौर से दर्ज की गई है।
वाहन विनिर्माता कंपनियों के संगठन सियाम ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा है कि नौ कंपनियों की बिक्री अप्रैल-अक्टूबर के बीच घटी है। प्रमुख अंतरराष्ट्रीय ब्रांडो में फॉक्सवैगन, रेनो, निसान और स्कोडा की बिक्री इस दौरान भारतीय बाजार में घटी है। फॉक्सवैगन इंडिया की घरेलू बिक्री इस अवधि में 24.28 प्रतिशत घटकर 21,367 वाहन रही। वहीं रेनो इंडिया की बिक्री भी 26.17 प्रतिशत घटकर 47,064 वाहन रही।
इसी तरह समीक्षावधि में निसान मोटर्स इंडिया की बिक्री सालाना आधार पर 26.81 प्रतिशत घटकर 22,905 इकाई रही। स्कोडा ऑटो इंडिया की बिक्री 1.48 प्रतिशत घटकर 9,919 वाहन, इसुजु मोटर्स इंडिया की बिक्री 18.32 प्रतिशत घटकर 1,248 इकाई रही। फिएट इंडिया ने इस दौरान केवल 481 वाहन बेचे, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में की गई बिक्री से 69.9 प्रतिशत कम है।
वाहन कंपनियों की बिक्री में गिरावट के रुख पर सियाम के उप महानिदेशक सुगातो सेन ने कहा कि यह रुख पूर्व में भी देखा गया है। इसमें से कुछ कंपनियां साझेदारी कर इसको (बिक्री बढ़ाने) ठीक करने की कोशिश कर रही हैं। साथ ही वे भारत से अपना निर्यात बढ़ा रही हैं। फोर्ड ने महिंद्रा और टोयोटा ने सुजुकी के साथ साझेदारी की घोषणा की है। उनका लक्ष्य भारतीय बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ाना है। पिछले साल जनरल मोटर्स ने भारत में अपनी कारों की बिक्री बंद कर दी थी।
घरेलू कंपनियों में समीक्षावधि के दौरान फोर्स इंडिया की बिक्री में 16.88 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और उसने कुल 1,246 वाहन बेचे। वहीं महिंद्रा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की बिक्री 32.04 प्रतिशत घटकर 333 इकाई रही। मित्सुबिशी के एसयूवी वाहन बेचने वाली हिंदुस्तान मोटर्स फाइनेंस कॉरपोरेशन की बिक्री भी 44.57 प्रतिशत घटकर 189 इकाई रही।
वहीं देश की सबसे बड़ी वाहन कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री अप्रैल-अक्टूबर में 9.1 प्रतिशत बढ़कर 10,44,749 वाहन रही। टाटा मोटर्स की बिक्री इस दौरान 25.65 प्रतिशत, होंडा कार्स इंडिया की बिक्री 2.98 प्रतिशत और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की बिक्री 14.69 प्रतिशत बढ़ी है।