त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा राज्य में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं। शुक्रवार को सीएम साहा ने राज्य में चल रहे बाढ़ संकट को को लेकर चिंता जाहिर की। सीएम ने राज्य के नागरिकों को आश्वासन दिया कि बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने केंद्र सरकार के समर्थन के लिए आभार भी व्यक्त किया और आपदा से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की रूपरेखा बताई।
केंद्र ने त्रिपुरा के लिए जारी किए 40 करोड़
सीएम ने यह भी घोषणा की कि स्थिति से निपटने के लिए आगे के कदमों और रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए शनिवार सुबह 9 बजे एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की जाएगी। सीएम ने कहा, 'हम स्थिति को नियंत्रित कर रहे हैं। लोग भी हमारा समर्थन कर रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देना चाहता हूं, आज उन्होंने इस स्थिति को देखते हुए त्रिपुरा के लिए लगभग 40 करोड़ रुपये जारी किए। मैंने उनसे फोन पर भी बात की है।"
पशुओं के लिए की जा रही चारे की भी व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने राहत शिविरों में व्यवस्थाओं पर खासा जोर डाला और राहत कार्यों में सहायता करने वाले विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के समर्थन को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा, 'राहत शिविर में सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। पशुओं के लिए चारे की भी व्यवस्था की जा रही है। राहत शिविर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। अन्य गैर सरकारी संगठन भी मदद में लगे हुए हैं।
धीरे-धीरे कम हो रहा नदियों का जलस्तर
गोमती नदी को छोड़कर सभी नदियों का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। मैंने इस स्थिति को लेकर कल सुबह 9 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है, इस बैठक में मौजूदा स्थिति में क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर चर्चा की जाएगी।'
बाढ़ से 24 लोगों की मौत
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि भोजन, पानी, पेट्रोल और डीजल सहित आवश्यक आपूर्ति का पर्याप्त भंडार है और इस बात पर जोर दिया कि इस समय चिंता का कोई कारण नहीं है। राज्य प्रशासन द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राज्य में बाढ़ में 24 लोगों की मौत हो गई, दो लोग घायल हो गए और दो अन्य लापता बताए गए। प्रारंभिक रिपोर्टों में भौतिक बुनियादी ढांचे (जैसे सड़क, बिजली, भवन) और कृषि फसलों, घरों, मत्स्य पालन तालाबों, पशुधन आदि को व्यापक नुकसान का सुझाव दिया गया है।
बाढ़ से 5000 करोड़ की संपत्ति का नुकसान
अधिकारियों ने कहा कि वास्तविक आंकड़ों का अभी पता लगाया जाना बाकी है। हालांकि, प्रारंभिक अनुमानों से पता चलता है कि लगभग 5000 करोड़ रुपये की संपत्तियों को नुकसान होने की उम्मीद है।
एएनआई इनपुट के साथ