त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ता राज्य में वाम मोर्चा एवं कांग्रेस के शासन के दौरान राजनीतिक हिंसा से प्रभावित परिवारों से मिलेंगे और उन पर हुए अत्याचारों के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी एकत्र करेंगे। साहा ने कहा कि इसका उद्देश्य राजनीतिक हिंसा से पीड़ित लोगों को न्याय दिलाना है। पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वाम दलों ने राज्य में 35 साल के शासन में ‘खराब शासन’ पेश किया है।
साहा ने कहा, ‘‘अब मैं वाम मोर्चा शासन के दौरान हुई हत्या एवं बलात्कार की रिपोर्ट संकलित कर रहा हूं। हमारे कार्यकर्ता राजनीतिक हिंसा से प्रभावित प्रत्येक परिवार से मिलेंगे और जानकारी एकत्र करेंगे ताकि हम उन्हें न्याय दिला सकें। अपराध में कोई ढील नहीं दी जाएगी और न्याय मिलना चाहिए।’’
नकारात्मक राजनीति का आरोप
मुख्यमंत्री ने राज्य में विपक्षी दलों पर लोगों को गुमराह करने के लिए कथित तौर पर ‘नकारात्मक राजनीति’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘विधानसभा में भी वे लोगों को गुमराह करने के लिए झूठे बयान दे रहे हैं। यह नकारात्मक राजनीति करने के अलावा और कुछ नहीं है। भाजपा उन्हें करारा जवाब देगी।’’ गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न विधानसभा सत्र में कांग्रेस विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने एक कैबिनेट मंत्री और एक अधिकारी पर ‘भ्रष्ट आचरण’ में शामिल होने का आरोप लगाया था।
भाजपा की जगह कोई नहीं ले सकता
साहा ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में चल रहे अभियान के दौरान भाजपा की सदस्यता पहले ही छह लाख को पार कर चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी दलों के कुछ लोग अक्सर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और सरकार के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतरते हैं। अगर छह लाख पार्टी सदस्य सड़कों पर बैठ जायें तो क्या होगा।’’ नकारात्मक राजनीति में विश्वास नहीं करने वाली भाजपा लोगों की सेवा करना चाहती है। साहा ने यह भी दोहराया कि देश में भाजपा की जगह कोई नहीं ले सकता क्योंकि पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ पर केंद्रित है। (इनपुट- पीटीआई भाषा)