
मिजोरम राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) ने 12 फरवरी को होने वाले ग्राम परिषद और स्थानीय परिषद चुनावों से पहले आदर्श आचार संहिता (MCC) का उल्लंघन करने के मामले में लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री वनललहलाना को क्षमा कर दिया। एसईसी ने बुधवार को यह जानकारी दी। यह निर्णय विपक्षी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के बाद लिया गया।
कारण बताओ नोटिस जारी हुआ था
एसईसी ने वनललहलाना और श्रम मंत्री लालनघिंगलोवा हमार दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। मंगलवार को जारी किए गए आदेश में एसईसी ने यह कहा कि वनललहलाना ने अपने कार्यों के लिए माफी मांगी थी और यह बताया कि उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि अपने कार्यालय से सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा।
आयोग ने आदेश में क्या कहा?
एसईसी ने कहा कि मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका इरादा आचार संहिता का उल्लंघन करने का नहीं था। मामले पर विचार करते हुए एसईसी ने वनललहलाना को माफ करने का निर्णय लिया। इसके अलावा, एसईसी ने एक अलग आदेश में कहा कि श्रम मंत्री लालनघिंगलोवा हमार द्वारा आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं पाया गया, क्योंकि वह पार्टी नेताओं के समक्ष पहले से ही शुरू की जा चुकी सरकारी विकास परियोजनाओं के बारे में जानकारी दे रहे थे, जो कि आचार संहिता के दायरे में नहीं आता।
इस निर्णय के बाद एसईसी ने यह स्पष्ट किया कि मंत्री वनललहलाना को माफी दी गई है और उनके खिलाफ कोई और कार्रवाई नहीं की जाएगी, जबकि मंत्री हमार के खिलाफ भी कोई उल्लंघन नहीं पाया गया है। इस तरह से दोनों मंत्रियों को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कोई सजा नहीं दी जाएगी। (इनपुट- भाषा)
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