इंफाल: मणिपुर के जिरीबाम जिले के मोंगबुंग गांव में रविवार सुबह संदिग्ध उग्रवादियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान मारा गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि हमले में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है और उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृत जवान की पहचान बिहार के अजय कुमार झा (43) के रूप में की गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जवान के सिर में गोली लगी थी और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। घायल पुलिसकर्मी का इलाज जारी है, लेकिन वह खतरे से बाहर है।’’
राज्यपाल ने जताया शोक
राजभवन ने एक पोस्ट में कहा, "राज्यपाल अनुसुइया उइके संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा जिरीबाम में घात लगाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के एक बहादुर जवान की दुखद मृत्यु से बहुत दुखी हैं। वह जवान के परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हैं।" पोस्ट में कहा गया है, "राज्यपाल उइके जवान के साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण का सम्मान करती हैं और उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने हिंसा के इस जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा भी की और कहा कि मणिपुर में इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।" पोस्ट में कहा गया है कि राज्य न्याय सुनिश्चित करने और शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
कुकी उग्रवादियों पर हमले का शक
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी हमले की निंदा की और घायल के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैं आज जिरीबाम जिले में एक सशस्त्र समूह के हमले और उसमें सीआरपीएफ के एक जवान के जान गंवाने की कड़ी निंदा करता हूं। इस सशस्त्र समूह के कुकी उग्रवादी समूह होने का संदेह है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कर्तव्य के निर्वहन के दौरान जवान का सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। मैं शहीद सैनिक के शोक संतप्त परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं, साथ ही हमले के दौरान घायल हुए व्यक्ति के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’
अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात
अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात को भी गांव में गोलियों की आवाजें सुनाई दी थीं। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि रविवार के हमले के बाद मोंगबुंग में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि गोलीबारी में सुरक्षाकर्मियों का एक वाहन क्षतिग्रस्त हुआ है। उन्होंने बताया कि यह हमला सुबह करीब नौ बजकर 40 मिनट पर हुआ। इस बीच, राज्य में कुकियों की शीर्ष संस्था कुकी इन्पी मणिपुर (केआईएम) ने हिंसा की निंदा की और इसे "राज्य प्रायोजित हमला" करार दिया। मणिपुर में पिछले साल मई से ही मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा जारी है, जिसमें 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। (भाषा)