इंफाल: मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। अब भीड़ ने कांगपोकपी जिले में एसपी दफ्तर पर हमला कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सैबोल गांव से केंद्रीय बलों को कथित रूप से नहीं हटाये जाने को लेकर भीड़ ने यह हमला किया। सैबोल गांव इंफाल पूर्वी जिले की सीमा पर स्थित है। इस हमले में कई लोगों के घायल होने की खबर है।
कुकी संगठन सैबोल गांव में 31 दिसंबर को सुरक्षा बलों द्वारा महिलाओं पर कथित रूप से लाठीचार्ज किए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने गांव में केंद्रीय बलों, खासकर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की लगातार तैनाती पर अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए कार्यालय पर पथराव किया और अन्य चीजें भी फेंकी। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के परिसर में रखे जिला पुलिस के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
मेरी माफी को लेकर राजनीति करने वाले लोग ही अशांति फैलाना चाहते हैं: CM
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में 20 महीने से जारी जातीय संघर्ष को लेकर उनके माफी मांगने पर राजनीति करने वाले लोग पूर्वोत्तर राज्य में अशांति पैदा करना चाहते हैं लेकिन उनकी सरकार की प्राथमिकता शांति बहाल करना है। सिंह ने कहा, ‘‘अतीत बीत चुका है।’’ उन्होंने समुदायों से एक साथ बैठकर मई 2023 से पूर्वोत्तर राज्य में जारी संघर्ष का स्थायी समाधान खोजने की अपील की। सिंह ने कहा, ‘‘मेरे बयान को लेकर राजनीति करने वाले लोग अशांति फैलाना चाहते हैं। विपक्ष की कोई विचारधारा नहीं है। मैंने जो कहा, वह दुख और पीड़ा की अभिव्यक्ति थी। मैंने उन लोगों से माफी मांगी जो पीड़ित हैं और जिन्होंने अपने प्रियजन को खो दिया है। मैं आतंकवादियों से माफी क्यों मांगूं? मैं निर्दोष लोगों और अपने घरों से विस्थापित लोगों से माफी मांग रहा हूं।’’
मुख्यमंत्री ने राज्य में हुए जातीय संघर्ष के लिए मंगलवार को माफी मांगी थी। इन संघर्षों में 250 से अधिक लोगों की जान चली गई है और हजारों लोग बेघर हुए हैं। सिंह ने सभी समुदायों से पुरानी गलतियों को भूलकर माफ करने तथा नए सिरे से शुरुआत करने की अपील की थी। उन्होंने कहा, “राज्य में जो कुछ हुआ, उसके लिए मैं खेद व्यक्त करना चाहता हूं। कई लोगों ने अपने प्रियजन को खो दिया और कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा। मुझे खेद है और मैं माफी मांगना चाहता हूं लेकिन पिछले तीन से चार महीनों में अपेक्षाकृत शांति देखने के बाद मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी।” उन्होंने कहा, ‘‘जो कुछ भी हुआ, सो हुआ। मैं सभी समुदायों से अपील करना चाहता हूं कि वे पिछली गलतियों को माफ करें और भूल जाएं तथा शांतिपूर्ण व समृद्ध मणिपुर में एक साथ रहकर नए सिरे से जीवन शुरू करें। (भाषा)