मणिपुर में हिंसा कम करने के लिए प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है। हालांकि, अभी भी कई इलाकों में हिंसा के छुटपुट मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार के दिन सुरक्षा बलों ने थौ बल में तलाशी अभियान के दौरान हथियार और गोला बारूद जब्त किया। वहीं, जिरिबाम में उग्रवादियों ने ग्राम प्रधान के खाली पड़े दो फॉर्म हाउस में आग लगा दी। हालांकि, इस आगजनी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, क्योंकि दोनों फॉर्म हाउस खाली थे।
पुलिस ने रविवार को बताया कि थौबल जिले में तलाशी अभियान के दौरान हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया है। सुरक्षा बलों ने शनिवार को एसटीएनबीए गेट के पास आयरन हिल में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान के दौरान एक नौ एमएम पिस्तौल, चार हथगोले, एक डेटोनेटर और 12 कारतूस बरामद किए गए, इसके अलावा चार खाली मैगजीन, छह खाली कारतूस और एक ‘स्मोक ग्रेनेड’ भी जब्त किया गया।
ग्राम प्रधान के दो फार्म हाउस जलाए
जिरिबाम मणिपुर के अशांत इलाकों में शामिल है। इसी वजह से यहां से लगातार हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। पुलिस ने रविवार को बताया कि जिरिबाम जिले में एक ग्राम प्रधान के दो खाली फार्म हाउस में उग्रवादियों ने आग लगा दी। पुलिस के अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार देर रात नुंगखल इलाके में हुई। हिलघाट ग्राम पंचायत के प्रधान एल सोमोरेंड्रो के फार्म हाउसों को संदिग्ध रूप से उग्रवादियों ने आग लगा दी। सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और घटना की जांच शुरू की। बोरोबेकरा पुलिस थाने के पास शनिवार की सुबह एक गांव पर उग्रवादियों ने हमला किया था, जिसके बाद ही यह घटना सामने आई। हिंसा की यह घटना ऐसे समय में हुई जब कुछ दिनों पहले ही नई दिल्ली में मेइती और कुकी समुदायों के विधायकों के बीच जारी संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए बातचीत हुई थी।
पुलिस का जोर हथियार बरामद करने पर
मणिपुर डीजीपी का कहना है कि हालात तभी सामान्य हो सकते हैं, जब आम लोगों के पास कम से कम हथियार होंगे। यहां पिछले कुछ महीनों में हुई हिंसा के दौरान जमकर हथियार लूटे गए थे। इसके बाद से सुरक्षा बल लूटे गए हथियारों को बरामद करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। मणिपुर के पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने शनिवार को कहा कि पुलिस सुरक्षा बलों से लूटे गए हथियारों को बरामद करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘समाज का शस्त्रीकरण’ कम होने के बाद ही राज्य में हालात सामान्य हो सकते हैं। सिंह ने दावा किया कि प्रदेश में हालात पहले की तुलना में बेहतर हुए हैं। उन्होंने कहा, “यह बहुत चुनौतीपूर्ण समय है और हालात बेहद जटिल हैं, लेकिन हम जनता, सुरक्षा एजेंसियों, सीएसओ और सभी समुदायों के नेताओं के सहयोग से पूरी ताकत के साथ इससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं।”