इंफाल: मणिपुर में कई एकड़ में फैली अफीम की अवैध खेती को नष्ट किए जाने की खबर सामने आई है। सूबे के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि उखरुल जिले के एक गांव में 50 एकड़ क्षेत्र में फैली अफीम की अवैध खेती को नष्ट कर दिया गया है। सीएम ने बताया कि मुल्लम कुकी गांव में अफीम के खेतों में मिली 4 झोपड़ियों को भी जला दिया गया। उन्होंने कहा कि अफीम की अवैध खेती में शामिल अपराधियों की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि अफीम की खेती के खिलाफ प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है और बीते कुछ हफ्तों में मणिपुर में अफीम की सैकड़ों एकड़ अवैध खेती नष्ट की गई है।
‘FIR दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है’
सीएम एन बीरेन सिंह ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर एक पोस्ट में कहा,‘उखरुल जिला पुलिस, छठवीं मणिपुर राइफल्स, सेना और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट सहित हमारे समर्पित बलों ने लिटन पुलिस थाना सीमा क्षेत्र के अंतर्गत मुल्लम कुकी गांव के पहाड़ी क्षेत्र में अफीम की अवैध खेती को नष्ट करने के लिए सफलतापूर्वक एक अभियान चलाया गया। इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। मैं मादक पदार्थों के खिलाफ चल रहे युद्ध में टीम के समर्पण के लिए उनके संयुक्त प्रयासों की सराहना करता हूं।’
गुरुवार को नष्ट की गई थी 90 एकड़ अवैध खेती
सीएम ने अपने ट्वीट में कहा, ‘आइए, हम अपने पहाड़ों, अपने मूल्यों और अपनी गरिमा को पुनः प्राप्त करने की इस लड़ाई में एकजुट हों। हम सब मिलकर मादक पदार्थों के साये से मुक्त मणिपुर का निर्माण करेंगे।’ बता दें कि कुछ ही दिन पहले सुरक्षा बलों और वन अधिकारियों ने उखरुल जिले में 90 एकड़ में लगी अफीम की खेती नष्ट कर दी थी। यह अभियान बीते गुरुवार को लुंगचोंग माईफेई पुलिस थाना क्षेत्र में फली पहाड़ी रेंज में संचालित किया गया था। वहीं, पिछले साल 16 दिसंबर को उखरुल जिले के 3 गांवों में लगभग 70 एकड़ क्षेत्र में अफीम की अवैध खेती को नष्ट कर दिया गया था।