पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) पूर्वोत्तर क्षेत्र के 91 स्टेशनों पर पुनर्विकास कार्य कर रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेल ने यह पहल की है। इसके अलावा कुछ रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के लिहाज से भी बुनियादी चीजें नहीं हैं। इस वजह से रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। स्टेशन भवनों का आधुनिकीकरण, पहुंच में सुधार और यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करके ट्रेन में यात्रियों के सफर का अनुभव बेहतर करने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है।
पूर्वोत्तर में कामाख्या, रंगिया, रंगापाड़ा उत्तर, धुबरी, लुमडिंग, न्यू तिनसुकिया, डिब्रूगढ़ और दीफू रेलवे स्टेशन को विकसित किया जाएगा। पूर्वोत्तर क्षेत्र के अन्य भागों में सिक्किम में रंगपो, त्रिपुरा में अगरतला और उदयपुर, मेघालय में मेंदीपाथर, नागालैंड में दीमापुर और अरुणाचल प्रदेश में नाहरलागुन रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाना है।
मिलेंगी ये सुविधाएं
बेहतर संपर्क और पहुंच के लिए फुट-ओवर ब्रिजों का निर्माण किया जा रहा है और स्टेशन के परिभ्रमण क्षेत्रों का विकास किया जा रहा है। इसके अलावा, अन्य विकास कार्य भी चल रहे हैं, जिनमें दो पहिया और चार पहिया वाहनों के लिए कवर्ड यात्री पार्किंग शेड, सामान्य और दिव्यांगजन यात्रियों के लिए आधुनिक शौचालय, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और बेहतर प्रतीक्षा क्षेत्र शामिल हैं।
सुरक्षा के लिए सीसीटीवी भी
कोकराझार, फकीराग्राम, धुबरी, गोसाईगांव हाट, गौरीपुर, लंका, होजाई और चपरमुख सहित अन्य स्टेशनों पर उन्नत टिकट प्रणाली के साथ विशाल क्षेत्र बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। एनएफ रेलवे के अंतर्गत आने वाले 91 स्टेशनों पर अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, जिनमें सीसीटीवी कैमरे लगाना, बेहतर प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए बेहतर भीड़ प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं।
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