असम के दीमा हसाओ जिले में कोयला खदान में अचानक पानी भरने के कारण 9 मजदूर खदान के भीतर ही फंस गए हैं। मजदूरों को बचाने के लिए लगातार तीन दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है लेकिन अब तक कोई बड़ी कामयाबी हाथ नहीं लगी है। रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच एक बुरी खबर भी सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक, सेना के गोताखोरों ने बुधवार को खदान में फंसे नौ मजदूरों में से एक का शव बरामद किया है।
जिंदा बचने की संभावना कितनी?
बचाव अभियान के तीसरे दिन अधिकारियों ने एक और बुरी खबर दी है। उन्होंने कहा है कि अब खदान में फंसे हुए अन्य 8 मजदूरों के भी जिंदा बचने की संभावना कम है। हालांकि, नौसेना, सेना, NDRF और SDRF की टीम ने खदान में फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज कर दिया है। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया है कि कल कई प्रयास किए गए लेकिन हम सफल नहीं हुए। एक संयुक्त टीम ने आज खदान में गोता लगाया और एक शव बरामद किया है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन जारी रहेगा। अन्य स्थानों पर गोताखोरी की जा रही है।
मुख्यमंत्री हिमंत ने दिया अपडेट?
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने भी कोयला खदान में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए जारी रेस्क्यू अभियान पर अपडेट दिया है। उन्होंने लिखा- "गोताखोरों ने खदान के तल से एक शव बरामद किया है।हमारी प्रार्थनाएँ शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।" उन्होंने बताया कि बचाव अभियान जोरों पर है और सेना और एनडीआरएफ के गोताखोर पहले ही कुएं में उतर चुके हैं। नौसेना के जवान मौके पर मौजूद हैं।इससे पहले सीएम हिमंत ने कहा था कि ये खदान अवैध प्रतीत होती है। पुलिस ने इस घटना को लेकर एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है।
कैसे हुई घटना?
दीमा हसाओ जिले में स्थित कोयला खदान में सोमवार को अचानक पानी भर जाने के बाद 9 मजदूर इसमें फंस गए थे। असम के मुख्यमंत्री ने इनके नाम भी जारी किए थे। जानकारी के मुताबिक बुधवार को सुबह में गोताखोरों ने खदान के अंदर एक शव को ढूंढ निकाला। हालांकि, अब तक शव की पहचान नहीं हो पाई है। (इनपुट: भाषा)
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