मणिपुर के इंफाल घाटी के सीमांत इलाके से दो दिन पहले एक शख्स लापता हो गया। अब उसकी तलाश के लिए सेना ने एक बड़ा तलाशी अभियान शुरू किया है। असम के कछार जिले के निवासी लैशराम कमलबाबू सिंह सोमवार दोपहर को कंगपोकपी के लेइमाखोंग सैन्य शिविर में काम करने के लिए घर से निकले थे और उसके बाद से उनका कोई पता नहीं पाया।
कार्य पर्यवेक्षक के रूप में कर रहे थे काम
अधिकारियों के अनुसार, लैशराम कमलबाबू सिंह इंफाल पश्चिम के खुखरुल इलाके में रहते थे और लेइमाखोंग सैन्य शिविर में सैन्य इंजीनियरिंग सेवा (MES) के साथ कार्य पर्यवेक्षक के रूप में काम कर रहे थे। जब सिंह 25 नवंबर की शाम तक घर नहीं लौटे, तो उनके परिवार ने इसकी सूचना सेना को दी। इसके बाद सेना ने तुरंत तलाशी अभियान शुरू करते हुए अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया।
उन्होंने बताया, "सीसीटीवी फुटेज को सावधानीपूर्वक खंगाला जा रहा है, उनके सहकर्मियों से बात की जा रही है और खोजी कुत्तों सहित गहन तलाशी अभियान शुरू किया गया है। इलाकों की गहन तलाशी के बावजूद न तो व्यक्ति और न ही उसका दोपहिया वाहन मिला है।"
आस-पास के गांवों में ली जा रही गहन तलाशी
प्रवक्ता ने बताया कि अभियान को तेज करते हुए सैन्य शिविर और आस-पास के गांवों में गहन तलाशी ली गई और ड्रोन व अन्य हवाई उपकरणों का भी इस्तेमाल किया गया। इस बीच, सेना के अधिकारियों ने लापता व्यक्ति की तलाश के लिए क्षेत्र के नागरिक समाज संगठनों (सीएसओ) से भी संपर्क किया है। राज्य पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। परिवार को विश्वास दिलाया गया है कि सिंह की सुरक्षित वापसी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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