भारी बारिश के कारण अरुणाचल प्रदेश में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन के कारण कई रास्ते बंद हो गए हैं और राज्य के कई जिलों से संपर्क टूट गया है। शनिवार को अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण रोइंग और पेने गांवों के बीच पश्चिमी सियांग जिले के आलो से शि-योमी जिले के मेचुखा तक का एक महत्वपूर्ण मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया।
शि-योमी जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी (डीआईपीआरओ) जुमी एटे ने बताया कि क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि आलो-मेचुका सड़क शि-योमी जिले में तैनात सेना के जवानों के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। डीआईपीआरओ ने बताया कि बीआरओ ने सड़क साफ करने के लिए लोगों और मशीनरी को लगाया है।
शाम तक खुल सकता है रास्ता
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यदि मौसम अनुकूल रहा तो शनिवार शाम तक हल्के मोटर वाहनों के लिए अवरोध साफ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सियांग जिले के तारक गांव के पास पासीघाट-पंगिन-आलो सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे कई वाहन फंस गए हैं। अधिकारी ने बताया कि ईटानगर में राजधानी जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग-415 के किनारे अवैध ढांचों के खिलाफ बेदखली अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि अस्थायी ढांचों को इसलिए ध्वस्त कर दिया गया क्योंकि वे नालियों को अवरुद्ध कर रहे थे।
अरुणाचल में रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने शनिवार (29 जून) को दिल्ली के अलावा 22 अन्य राज्यों में भी बारिश की संभावना जताई है और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, अरुणाचल प्रदेश में बहुत ज्यादा बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने सोशल मीडया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा "अरुणाचल प्रदेश में 29 और 30 जून, 2024 को अलग-अलग स्थानों पर भारी (64.5-115.5 मिलीमीटर) से बहुत भारी वर्षा (115.5-204.4 मिलीमीटर) के साथ अत्यंत भारी वर्षा (>204.4 मिलीमीटर) होने की प्रबल संभावना है I"