गुवाहाटी: असम में पिछले कुछ दिनों से सुधर रही बाढ़ के हालात एक बार फिर बिगड़ गए हैं। डिब्रुगढ़ में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान को पार गई है। वहीं राज्य में बाढ़ प्रभावितों की संख्या में इजाफा हुआ है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने एक बुलेटिन में कहा कि बाढ़ के कारण राज्य के सात जिलों में 1,33,945 लोग प्रभावित हुए हैं।
किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं
वहीं, शुक्रवार को पांच जिलों में प्रभावित लोगों की संख्या घटकर 1,07,385 रह गई थी। असम में बाढ़ के कारण फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। साथ ही इस साल बाढ़, तूफान और भूस्खलन की चपेट में आ जाने से 42 लोगों की मौत हुई है।
कछार जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित
बता दें कि राज्य का कछार जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां बाढ़ से 67,030 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद करीमगंज जिले में 27,235 लोग व धेमाजी में 25,947 लोग प्राकृतिक आपदा से संकट का सामना कर रहे हैं। बाढ़ के कारण कामरूप, करीमगंज, धेमाजी, डिब्रूगढ़, कछार, तिनसुकिया और लखीमपुर जिले जलमग्न हैं।
66 राहत शिविरों में लोगों ने ली शरण
राज्य के 8,484 लोगों ने 66 राहत शिविरों में शरण ली है, जबकि पांच अन्य राहत वितरण केंद्र भी चालू हैं। धेमाजी जिले में लगभग 100 लोगों को नाव के जरिये बचाया गया है। एएसडीएमए बुलेटिन में कहा गया है कि विभिन्न भागों में सड़कें, पुल, तटबंध और पुलिया जैसे बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। (इनपुट-भाषा)