यशपाल शर्मा ने कहा था कि केवल एक मैच देखकर मुझे जाने बिना मेरी रेकेमेंडेशन बीसीसीआई में जाकर करना, ये थे युसुफ भाई। ये मेरी जिंदगी का ऐसा मोड़ था जहां से मेरे लिए अन्तरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट का रास्ता खुला और उसका जरिया बना युसुफ भाई यानी दिलीप कुमार।