पाकिस्तान भले ही दुनिया के सामने कह रहा हो कि उसका अफगानिस्तान में तालिबान से कोई लेना देना नहीं है लेकिन असल में पाकिस्तान ही तालिबान का सबसे बड़ा समर्थक है और खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि तालिबान ने अफगानिस्तान में गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया है।