आइजोल: मिजोरम में विधानसभा चुनाव को लेकर नेता अब अपने वादे और इरादे जनता तक पहुंचाने में लगे हुए हैं। गरुवार को राज्य के विपक्षी दल जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) के नेता और उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने कहा कि अगर उनकी पार्टी मिजोरम में सत्ता में आती है तो वह किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी। लालदुहोमा ने कहा कि अगर सत्ता में आए तो वह लगभग 300 मेगावाट बिजली उत्पादन करने के लिए तीन नए जलविद्युत बांध बनाएंगे। इसके अलावा लालदुहोमा ने ये भी वादा किया कि अगले पांच सालों तक बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं करेंगे
ZPM के नेता और उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने ममित जिले के खौरीहनिम गांव में एक जेडपीएम ब्लॉक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की लगभग 60 प्रतिशत आबादी कृषि और उससे संबंधित क्षेत्रों पर निर्भर है। जेडपीएम के नेता ने कहा, ‘‘जेडपीएम किसानों के उत्थान और विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देगा। हम कृषि को आधुनिक बनाएंगे।"
इस चुनाव जेडपीएम दे सकती है चुनौती
गौरतलब है कि मिजोरम कई सालों के उग्रवाद के बाद 1987 में अलग राज्य बना था और तब से यहां या तो मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) की सरकार रही है या कांग्रेस की। नये राजनीतिक दल जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के उभरने से हालांकि इस पूर्वोत्तर राज्य में राजनीतिक समीकरण बदल सकता है। मिजोरम में सभी 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 7 नवंबर को होगा। निर्वाचन आयोग ने सोमवार को इसकी घोषणा की। मुख्यमंत्री जोरमथांगा की अगुवाई वाला सत्तारूढ़ एमएनएफ 2023 के विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के लिये प्रयासरत है।
पिछले चुनाव एमएनएफ ने 26 सीटों पर किया था कब्जा
तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा 1987 में मिजो शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद मिजोरम राज्य अस्तित्व में आया। राज्य बनने के बाद से एमएनएफ ने तीन बार राज्य में शासन किया है, जबकि इसकी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस चार बार सत्ता में रही है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में एमएनएफ ने 37.7 प्रतिशत वोट हासिल किये थे और 26 सीटों पर जीत दर्ज करके कांग्रेस सरकार को हटा दिया था। उस चुनाव में कांग्रेस सिर्फ पांच सीटें ही जीत पाई, हालांकि उसे करीब 30 फीसदी वोट मिले थे।
(इनपुट- PTI)
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