आइजोल: मिजोरम में चकमा स्वायत्त जिला परिषद (सीएडीसी) के दो सदस्यों ने ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) से अपना इस्तीफा दे दिया है। मोंडीरसोरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अमित बायन चकमा और अजसोरा निर्वाचन क्षेत्र से आने वाले संतोष चकमा ने अज्ञात कारणों का हवाला देते हुए आज ZPM से अपने प्रस्थान की घोषणा की। इसके साथ ही एक अफवाह फैलाई जा रही है कि यह जोड़ी निकट भविष्य में मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) में शामिल होने के लिए तैयार है। बता दें कि चकमा स्वायत्त जिला परिषद में राजनीतिक नेताओं के बीच तेजी से पार्टी बदलने की घटना असामान्य नहीं है।
संतोष चकमा से जुड़ा पहला मामला नहीं
दिलचस्प बात यह है कि संतोष चकमा से जुड़ी राजनीतिक पैंतरेबाजी का यह पहला मामला नहीं है। पहले चकमा स्वायत्त जिला परिषद के कार्यकारी सदस्य के रूप में कार्यरत, चकमा ने खुद को विवाद के केंद्र में पाया जब कुछ महीने पहले ZPM में शामिल होने से ठीक पहले एमएनएफ से इस्तीफा देने के तुरंत बाद उन्हें उनके पद से हटा दिया गया था।
हाल में सरकार के पूरे हुए 100 दिन
बता दें कि बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में लालदुहोमा की जेडपीएम ने राज्य में भारी जीत दर्ज की थी। इसके बाद से लालदुहोमा को मिजोरम का मुख्यमंत्री बनाया गया। वहीं मुख्यमंत्री बनने के बाद सरकार के 100 दिन पूरे हो गए हैं। वहीं मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने कहा कि उनके जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) प्रशासन ने अपने 100 दिनों के कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक लागू किया है। सेरछिप शहर में एक पार्टी कार्यक्रम में बोलते हुए लालडुहोमा ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने नवंबर में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले एक रोडमैप तैयार किया था, जिसका उन्होंने सत्ता संभालने के बाद से लगन से पालन किया है।
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