नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मिजोरम में विस्फोटकों, हथियारों और गोला-बारूद की जब्ती से संबंधित एक मामले में तलाशी अभियान चलाया जिसमें म्यांमार के एक नागरिक समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में म्यांमार का नागरिक हेनरी सियांगनुना (48) और स्थानीय निवासी जे रोहलुपुइया (55) एवं सी लालडिनसागा (43) है। इन्हें आइजोल में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा जहां एजेंसी पिछले वर्ष दर्ज मामले में इनकी हिरासत की मांग करेगी।
अधिकारी ने बताया कि एनआईए ने सोमवार को मिजोरम के चार स्थानों पर छापा मारकर इन तीन लोगों को गिरफ्तार किया जिसमें दो छापे चम्फाई जिले और एक-एक छापा आइजोल तथा लांग्टलाई जिले में मारा गया। प्रवक्ता ने बताया कि विस्फोटकों और हथियारों की चोरी तथा तस्करी से जुड़े संदिग्धों के घरों पर छापेमारी की गई जो इन्हें मिजोरम से म्यांमार भेजते थे। छापेमारी के दौरान कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई।
यह मामला पिछले साल का है जब 1 मई को सेना की असम राइफल्स इकाई ने आईजोल के कुलिकावन इलाके से विस्फोटकों और बंदूकों से भरे दो छोटे ट्रकों को जब्त किया था। इस खेप में 200 छड़ों के 223 बक्से, बारूद और हथियार थे। प्रवक्ता ने बताया कि सियांगनुना ने रोहलुपुइया के साथ मिलकर उसके विक्रेता लाइसेंस का उपयोग कर अवैध रूप से हथियार खरीदे थे। इन हथियारों को सीमा पार म्यांमार ले जाया जा रहा था। तलाशी के दौरान, सियांगनुना के आवास से दो सिमकार्ड के साथ एक स्मार्टफोन, एक एयरगन, दो एयर सिलेंडर, म्यांमार में प्रवेश-निकास का दस्तावेज और आधार कार्ड मिला जिसे जब्त कर लिया गया।
एनआईए के अनुसार, जांच में सामने आया है कि म्यांमार भेजने के लिए लालदीनसागा के लाइसेंस का इस्तेमाल कर गुवाहाटी की एक विस्फोटक आपूर्ति कंपनी से विस्फोटकों को खरीदा गया था। एजेंसी, हथियार और विस्फोटक तस्करी रैकेट में आरोपियों के आगे के संबंधों का पता लगाने के लिए मामले में अपनी जांच जारी रखेगी।