मिजोरम के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री बी लालछानजोवा ने शुक्रवार (10 मई) को कहा कि राज्य में पेट्रोलियम की कमी का फायदा उठाकर पेट्रोल की जमाखोरी करने वालों और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ आइजोल और सभी जिला मुख्यालयों में कार्रवाई शुरू की जाएगी। मिजोरम के पड़ोसी राज्य असम में लुमडिंग-बदरपुर सेक्टर में हाल ही में रेल पटरियों को हुए नुकसान के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। इसी वजह से राज्य में पेट्रोलियम की कमी हो रही है। रेल की पटरियों की मरम्मत के बाद यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका है, लेकिन अब तक माल गाड़ियों की सेवा पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाई है।
पेट्रोल-डीजल की मौजूदा कमी से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए विभाग के अधिकारियों और अन्य संबंधित अधिकारियों की एक बैठक में लालछानजोवा ने इस बात पर अफसोस जताया कि कालाबाजारी करने वाले लोग कई स्थानों पर खुले तौर पर गैसोलीन बेच रहे हैं। फिलिंग स्टेशनों खाली हैं और उनके सामने ही कालाबाजारी करने वाले गैसोलीन बेंच रहे हैं।
औचक निरीक्षण करेंगे अधिकारी
लालछानजोवा ने कहा, ''इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि कई लोग पेट्रोल की जमाखोरी कर रहे हैं और आवश्यक वस्तुओं को बहुत अधिक दर पर बेच रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि आइजोल जिला उपायुक्त के अधिकारी पेट्रोल पंपों का मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे। इस दौरान पुलिस कर्मी और खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के कर्मचारी भी उनके साथ होंगे। अन्य 10 जिलों के उपायुक्तों को भी अपने संबंधित जिला मुख्यालयों पर समान निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
जरूरत से ज्यादा तेल न खरीदने की अपील
मंत्री ने आम जनता से अपील की कि वे अस्थायी कमी के इन दिनों के दौरान घबराहट में खरीदारी करने से बचें और पेट्रोलियम की अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करें। ईंधन परिवहन का अच्छा प्रवाह है और यदि लोग केवल उतनी ही मात्रा में खरीदारी करें जितनी उन्हें आवश्यकता है, तो पेट्रोल और डीजल खत्म होने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा, ''असल में गंभीर कमी हमारी घबराहट भरी खरीदारी और हमारी वास्तविक जरूरतों से अधिक तेल खरीदने के कारण पैदा हुई है।'' उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लालदुहोमा पहले ही रेलवे अधिकारियों और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) अधिकारियों को क्षतिग्रस्त रेलमार्ग की मरम्मत में तेजी लाने के लिए लिख चुके हैं। इसके साथ ही राज्य में पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए गुवाहाटी से आइजोल तक सड़क मार्ग के जरिए तेल पहुंचाने की भी मांग की गई है।